त्रिपुष्कर योग में धनतेरस मंगलवार को, प्रीति योग में दिवाली 4 नवंबर को, जानिए खरीदारी व पूजन का शुभ मुहूर्त

 

पटना। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी मंगलवार को अतिशुभकारी त्रिपुष्कर योग में धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। धन त्रयोदशी की तिथि सुबह 08:35 बजे से पूरे दिन होने से पूजा-पाठ, निवेश तथा खरीदारी भी पूरे दिन होगी। आज के दिन बर्तन, सोना, चांदी, झाड़ू आदि खरीदने की परंपरा है। धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से उसका लाभ अधिक दिन तक मिलता है। दीपोत्सव का प्रमुख पर्व दीपावली कार्तिक कृष्ण अमावस्या 4 नवंबर दिन गुरुवार को प्रीति योग में मनाया जाएगा।
त्रिपुष्कर व सिद्ध योग में धनतेरस
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद् के सदस्य आचार्य राकेश झा ने कहा कि मंगलवार को सुबह 08:35 बजे के बाद कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि शुरू होकर प्रदोष व निशीथ काल में व्याप्त होने से धनतेरस का पर्व अति शुभकारी त्रिपुष्कर के साथ सिद्ध योग में मनाया जायेगा। शुभ मुहूर्त में बर्तन, सोना, चांदी, कौरी, धनिया, कमलगट्टा, पंचरत्न, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, बहुमूल्य वस्तु, भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीदी से उसका महत्व 13 गुना अधिक हो जाता है तथा घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होता है। धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से दरिद्रता का ह्रास तथा समृद्धि का वास होता है।
अकाल मृत्यु से बचाव हेतु यम को दीप दान
ज्योतिषी झा ने बताया कि कल कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी यानि धनतेरस से दीपोत्सव का पंच दिवसीय पर्व आरंभ हो जाएगा। प्रदोषकाल में यम को तिल तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुख दिखाने से काल-संकट, रोग, शोक, भय, दुर्घटना, अकाल या अप मृत्यु से मुक्ति होती है। समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि के कलश में अमृत लेकर उत्पन्न हुए थे। उसी के प्रतीक में धनतेरस के दिन ऐश्वर्य, धन, सौभाग्य, सुख आदि वृद्धि के लिए आज बर्तन खरीदने की परंपरा है। सनातन धर्मावलंबी आज सुख-समृद्धि व उत्तम स्वास्थ्य की कामना से धन्वंतरि देव का पूजा कर संध्या बेला में घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीप जलाएंगे।
स्थिर लग्न में पूजन व खरीदारी मुहूर्त
धन त्रयोदशी तिथि : प्रात: 08:35 बजे के बाद
चर लग्न : सुबह 08:46 बजे से 10:10 बजे तक
लाभ मुहूर्त : सुबह 10:10 बजे से दोपहर 11:33 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:11 बजे से 11:56 बजे तक
अमृत मुहूर्त : दोपहर 11:33 बजे से 12:56 बजे तक
शुभ योग : शाम 02:20 बजे से 03:43 बजे तक
वृष लग्न : शाम 06:00 से 07:57 बजे तक
कुंभ लग्न : दोपहर 01:26 बजे से 02:57 बजे तक
प्रदोष काल : संध्या 05:38 बजे से 08:14 बजे तक
सिंह लग्न : मध्य रात्रि 12:28 बजे से 02:44 बजे तक

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