प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो बिना विशेष दर्जा के बिहार को विकसित राज्य बनाएंगे : सुशील मोदी

पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने केंद्र की हिस्सेदारी घटने वाले बयान को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस-लालू प्रसाद वाली UPA सरकार के 10 साल की तुलना में पीएम मोदी की सरकार ने बिहार को 10 लाख करोड़ ज्यादा की मदद की। मोदी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश अनर्गल आरोप लगाना बंद कर वित्तीय अनुशासन लाने व भ्रष्टाचार रोकने पर ध्यान दें। उन्होंने आगे कहा की लालू प्रसाद के साथ जाते ही उन्हें केंद्र का भेदभाव नजर आने लगता है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में बिहार को 4.5 गुना अधिक राशि व सहायता अनुदान के तौर पर 5.5 गुना अधिक धन राशि मिली। क्या अधिक सहायता देना हकमारी व भेदभाव कहलाता है? मोदी ने कहा कि अधिक अनुदान व सहायता के अलावा पीएम ने बिहार को 1.5 लाख करोड़ का विशेष आर्थिक पैकेज भी दिया। सुशील मोदी ने आगे कहा कि केंद्र में कांग्रेस-लालू की UPA सरकार के दौरान केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में बिहार को 1,06759 करोड़ रुपये मिले, जबकि इसी मद में NDA सरकार के दौरान 4,57311 करोड़ रुपये मिले।

मोदी ने आगे कहा कि केंद्र में कांग्रेस-राजद सरकार के 10 साल में बिहार को सहायता अनुदान के रूप में 5,4749 करोड़ रुपये मिले, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार के दौरान 270965 करोड़ रुपये मिले। सहायता अनुदान में 5.5 गुना वृद्धि करना क्या हकमारी है? उन्होंने कहा कि UPA सरकार के समय बिहार को कुल 1 लाख 61 हजार करोड़ की मदद मिली, जबकि NDA सरकार में 7 गुना बढ कर यही केंद्रीय सहायता 7 लाख 28 हजार करोड़ हो गई। मोदी ने आगे कहा कि 22 करोड़ की आबादी वाले बड़े राज्य यूपी के बाद सर्वाधिक केंद्रीय सहायता बिहार को मिलना क्या केंद्र सरकार का भेदभाव है? उन्होंने आगे कहा कि सहायता देने में केंद्र सरकार कोई भेदभाव नहीं कर रही, उल्टे सहायता पाने वाले विपक्ष-शासित प्रदेश ही चुनाव को देख कर अनर्गल आरोप लगाते हैं। मोदी ने आगे कहा कि जब जनता BJP को सरकार चलाने का मौका देगी, तब हम बिना विशेष दर्जा के ही बिहार को विकसित राज्य बना कर एक मॉडल प्रस्तुत करेंगे।