पटना में तकनीकी सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, रिजल्ट जारी करने को लेकर लगाए नारें

पटना। बिहार तकनीकी सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर शुक्रवार को आईटीआई अनुदेशक परीक्षा के रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए कहा कि आयोग ने सितंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच आयोजित ऑनलाइन परीक्षा का परिणाम अब तक जारी नहीं किया है, जबकि उत्तर कुंजी और आपत्तियों का निपटारा जनवरी 2024 में ही पूरा हो चुका था। अभ्यर्थियों का आरोप है कि आयोग लगातार बहाने बना रहा है। जबकि बिहार लोक सेवा आयोग तेजी से भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण कर रहा है और आचार संहिता के दौरान भी उनके सभी कार्य चलते रहे थे। दूसरी ओर, बिहार तकनीकी सेवा आयोग के अधिकारी आईटीआई अनुदेशक भर्ती परीक्षा का परिणाम तैयार होने के बावजूद, इसे जारी करने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति लेने का हवाला दे रहे थे, जो चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सही नहीं था। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि अब तो 4 जून को चुनाव परिणाम के साथ ही आचार संहिता समाप्त हो चुकी है, फिर भी रिजल्ट जारी नहीं किया गया। अन्य विभागों की भर्तियां बाद में आईं और उनकी नियुक्तियां कई महीने पहले ही हो गईं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्या कारण है कि विभाग की अनुदेशक भर्ती कई वर्षों से लटकी हुई है। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि कई महीनों से मिल रहे झूठे आश्वासनों के बाद उन्होंने निर्णय लिया है कि यदि बीटीएससी जल्द ही रिजल्ट जारी नहीं करता है, तो आने वाले दिनों में वे और उग्र प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अभ्यर्थी अब धैर्य खो चुके हैं और वे परिणाम जारी होने तक अपने आंदोलन को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहार तकनीकी सेवा आयोग से जल्द ही इस मामले में संज्ञान लेने और उचित कदम उठाने की उम्मीद है, ताकि अभ्यर्थियों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
