AAP ने की नीतीश सरकार से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की मांग

पटना। बिहार में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि 5 महीनों के अंदर बिहार सरकार के अलग-अलग विभागों में कार्यरत 9 इंजीनियर एवं अधिकारियों के पास से 12 करोड़ 89 लाख रुपया निगरानी विभाग ने नगद बरामद किया है। सोना-चांदी और चल संपत्ति अलग है। ऐसा लगता है कि बिहार में सिर्फ घूसखोरी और भ्रष्टाचार है। सरकार का योजना मद का पैसा भ्रष्ट अधिकारियों के तिजोरी में कैद है। ये बाते शनिवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बबलू कुमार प्रकाश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि जनता को मुफ्त बिजली नहीं दी जा सकती है। लेकिन बिहार के भ्रष्ट अधिकारियों को सोना-चांदी और बोरा में भरकर नोट रखने की छूट दी जा सकती है। बबलू ने कहा है कि मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी सात निश्चय योजना पूरी तरह से लूट योजना बन चुका है। पुल-पुलिया निर्माण और सड़क पक्कीकरण के नाम पर भ्रष्ट अधिकारी अपनी तिजोरी भर रहे हैं।
बबलू ने कहा कि मुख्यमंत्री निर्माण कार्य से जुड़े विभाग के भ्रष्टाचार पर लगाम लगा कर पैसे बचा लें तो बिहार में भी केजरीवाल सरकार की तरह मुफ्त बिजली और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी स्किम लागू कर सकते हैं।
