जमुई में डिलीवरी बॉय ने की आत्महत्या, प्रेमिका से फोन पर बात करते लगाई फांसी
जमुई। जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 23 वर्षीय एक डिलीवरी बॉय ने प्रेमिका से फोन पर बात करते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना झाझा थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार दुर्गा मंदिर के पास स्थित एक किराए के मकान में हुई। मृतक की पहचान चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के धमनिया गांव निवासी सौरव कुमार के रूप में हुई है, जो पेशे से एक डिलीवरी बॉय था।
फोन पर विवाद के बाद उठाया आत्मघाती कदम
मृतक के चचेरे भाई डब्लू मोदी के अनुसार, सौरव का धनबाद की एक महिला से पिछले एक साल से अफेयर चल रहा था। दोनों की फोन पर लगातार बातचीत होती थी। घटना वाली रात भी सौरव मोबाइल पर अपनी प्रेमिका से बात कर रहा था और उसने एयरफोन लगाया हुआ था। बताया जाता है कि बातचीत के दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। इस विवाद से आहत होकर सौरव ने अपने कमरे में जाकर पंखे से रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो साथियों और आसपास के लोगों को संदेह हुआ। उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा, तो सौरव फांसी के फंदे पर झूल रहा था।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही झाझा थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष कुंज बिहारी कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने मौके से सौरव का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि फोन पर आखिरी बार क्या बातचीत हुई थी और किस कारण विवाद इतना बढ़ा कि उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। प्रेमिका से भी पूछताछ की जाएगी ताकि घटना के पीछे की असली वजह का पता चल सके।
परिवार और दोस्तों में शोक की लहर
इस घटना के बाद सौरव के परिवार और दोस्तों में शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार वालों का कहना है कि सौरव काफी मिलनसार और हंसमुख स्वभाव का लड़का था। किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि वह ऐसा कदम उठा सकता है। परिजनों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है और यह जानने की इच्छा जताई है कि आखिर वह कौन सी वजह थी, जिसने सौरव को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया।
प्रेम संबंधों में बढ़ते तनाव और मानसिक दबाव का असर
आजकल के युवा कई बार प्रेम संबंधों में आने वाले उतार-चढ़ाव को सहन नहीं कर पाते और मानसिक रूप से टूट जाते हैं। ऐसे में आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इस घटना से यह संदेश मिलता है कि किसी भी विवाद या तनावपूर्ण परिस्थिति में भावनाओं को काबू में रखना बहुत जरूरी है। अपनों से अपनी परेशानियों को साझा करने से कई बार ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, मानसिक तनाव से ग्रस्त लोगों को समय पर उचित परामर्श और परिवार के सहयोग की जरूरत होती है, ताकि वे आत्मघाती कदम उठाने से बच सकें। समाज को भी इस दिशा में संवेदनशील होकर काम करने की जरूरत है, ताकि युवाओं को भावनात्मक मजबूती दी जा सके और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। झाझा में हुई इस दुखद घटना ने फिर एक बार यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि युवाओं को मानसिक और भावनात्मक मजबूती की कितनी जरूरत है। प्रेम संबंधों में आने वाले तनाव से बचने के लिए परिजनों, दोस्तों और समाज को सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आत्महत्या की असली वजह क्या थी और कहीं इसके पीछे कोई और कारण तो नहीं।


