कल मनाया जाएगा दीपों का त्योहार दीपावली, जानिए क्या है इस बार पूजा का शुभ मुहूर्त

धर्म-आध्यात्म। कल महालक्ष्मी पूजा और दीपावली पर्व मनाया जाएगा। भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। वहीं, वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा की परंपरा है। स्कंद और पद्म पुराण का कहना है कि इस दिन दीप दान करना चाहिए, इससे पाप खत्म हो जाते हैं। दीपावली पर दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार दिवाली पर तुला राशि में चार ग्रहों के आ जाने से चतुर्ग्रही योग बन रहा है। इस दिन की गई पूजा का शुभ फल जल्दी ही मिलेगा।

जानिए दीपावली में पूजा शुभ मुहूर्त

इस दीपावली पर व्यापारियों के लिए भी पूजन के दो मुहूर्त हैं। पहला 12 बजकर 11 मिनट तो दूसरा एक बजकर 31 मिनट से 2.51 तक जारी रहेगा। इसके बाद रात के समय ही मां लक्ष्मी का पूजन होगा। हनुमान वाटिका के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि दीपावली संस्कृत शब्द दीप से आया है जिसका अर्थ दीपक या दिया होता है। जिसे प्रकाश के लिए व पूजा में जलाया जाता है। मान्यता है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। दीपावली का पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। लक्ष्मी पूजा भी दिवाली उत्सव का एक हिस्सा होता है। दीपावली पूजा या लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त चार नवंबर को शाम 5:32 से 8 बजकर 52 मिनट तक है। अलग-अलग शहर के पूजा समय में मामूली अंतर भी हो सकता है।

 

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