नवादा में जदयू नेता पर जानलेवा हमला, बेखौफ अपराधियों ने कार पर की अंधाधुंध फायरिंग

नवादा। बिहार के नवादा जिले में जदयू नेता पर जानलेवा हमला हुआ है। बेखौफ बदमाशों ने नारदीगंज पंचायत के महादलित मुखिया और जदयू नेता रणविजय पासवान पर कार में सवार रहते हुए फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में मुखिया का ममेरा भाई राजबली पासवान घायल हो गया। उसे बांह में गोली लगी है। हमलावरों ने रणविजय पासवान की कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटना जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के दललपुर गांव स्थित ईट भट्टा के पास की है। घायल राजबली पासवान को स्थानीय लोगों की मदद से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे पावापुरी विम्स रेफर कर दिया गया। घायल की पहचान बिहारशरीफ के नई सराय निवासी राजबली पासवान के रूप में हुई है। रणविजय पासवान ने बताया कि मंगलवार की रात करीब 11 बजे घटना को अंजाम दिया गया। वह अपने ममेरे भाई के साथ कार से गांव की ओर लौट रहे थे, तभी चार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। पीड़ित मुखिया ने नारदीगंज थाना क्षेत्र के पड़पा गांव के निवासी मुकेश सिंह, टून टून सिंह, अरविंद सिंह, और विक्की सिंह को आरोपी बताया है। घटना की सूचना नारदीगंज थाने को दी गई है। इससे पहले, 13 जून की देर रात, जिले के पकरीवरामा प्रखंड के बुधौली पंचायत के महादलित मुखिया पप्पू मांझी की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। नवादा पुलिस ने इस घटना का उद्भेदन कर लिया है। एक सप्ताह के भीतर जिले में दो महादलित मुखिया पर फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। पहले पप्पू मांझी की हत्या हुई और अब रणविजय पासवान पर हमला हुआ, जिसमें वह बाल-बाल बचे और उनके ममेरे भाई घायल हो गए। इन घटनाओं ने जिले में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नेताओं ने इन हमलों पर कड़ा विरोध जताया है और उच्च अधिकारियों से घटना की जांच कर उचित कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है। नवादा जिले में एक सप्ताह के भीतर दो महादलित मुखिया पर हुए हमलों ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना दिया है। पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वे इन घटनाओं के पीछे के कारणों का पता लगाएं और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। रणविजय पासवान की सुरक्षा को लेकर भी मांग उठ रही है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। इन घटनाओं ने न केवल स्थानीय राजनीति में हलचल मचाई है, बल्कि राज्य स्तर पर भी सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उम्मीद की जा रही है कि सरकार और प्रशासन इन मामलों को गंभीरता से लेकर आवश्यक कदम उठाएंगे, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।

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