मां का शव लेने से बेटी ने किया इंकार, सूचना मिलने के बाद पति भी नहीं पहुंचा

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बक्सर । कोरोना न केवल लोगों की जान ले रहा है, बल्कि सामाजिक तानाबाना, मानवता, संवेदना सबको छिन्न-भिन्न कर दिया है। बक्सर जिले में अपनी मां का शव लेने से बेटे ने इंकार कर दिया। कोरोना संक्रमण से महिला की मौत हुई थी। सूचना मिलने के बाद नगर परिषद ने मृत महिला का अंतिम संस्कार करवाया। महिला अपने पति के साथ नहीं रहती थी। पत्नी की मौत की सूचना मिलने के बाद पति भी नहीं पहुंचा।

वहीं दूसरी ओर पटना के संपतचक प्रखण्ड में कनौजी कछुआरा पंचायत के कृषि विहार कॉलोनी ब्रह्मपुर में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की स्वाभाविक मौत हो गयी। पत्नी को छोड़कर घर के अन्य सदस्य कोरोना से मौत के डर से अन्यत्र चले गए। शव को कोई कंधा तक देने वाला नहीं था। आस-पड़ोस के लोग ने भी दूसरी बना ली। बाद में जिला प्रशासन की पहल पर मुखिया पति के सहयोग से अंतिम संस्कार कराया गया।

मृतक बालेश्वर प्रसाद पिता प्रसादी महतो के घर में उनकी पत्नी के अलावा कोई अन्य सदस्य मौजूद नहीं था। ऐसी स्थिति में कोरोना से मौत की अफवाह में आसपास के कोई लोग जब शव को हाथ लगाने से परहेज करने लगे तब जिला प्रशासन को सूचना मिली। खुद कोरोना संक्रमित सम्पतचक की बीडीओ उषा देवी ने इसकी जानकारी भेलवाड़ा दारियापुर पंचायत की मुखिया नीतू देवी के पति रॉकी कुमार को दी।

रॉकी कुमार अपने समर्थकों के साथ बालेश्वर प्रसाद के घर रविवार रात करीब पौने आठ बजे पहुंचे। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम भी एम्बुलेंस लेकर पहुंची। बाद में बालेश्वर प्रसाद के खेमनीचक घर से मृत्युंजय प्रसाद, सोनू कुमार भी पहुंचे और जिला प्रशासन की टीम, एम्बुलेंस चालक बेतिया निवासी मजरे आलम व सहयोगी समस्तीपुर के बिन्दन कुमार ने शव को कंधा देकर एंबुलेंस तक पहुंचाया। इसके बाद जिला प्रशासन टीम शव को दाह संस्कार के लिए लेकर चली गयी।

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