दिल्ली से दरभंगा जा रही ट्रेन में अचानक लगी आग, टला बड़ा हादसा, यात्रियों में मची अफरा तफरी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल के बीच सोमवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। नई दिल्ली से दरभंगा जा रही क्लोन स्पेशल ट्रेन (02570) के एक एसी कोच में अचानक आग लगने की घटना सामने आई। यह घटना बिहार के सारण जिले में दाउदपुर रेलवे स्टेशन के पास घटी। समय रहते रेल कर्मचारियों द्वारा दिखाई गई सजगता और तुरंत की गई कार्रवाई ने बड़ी दुर्घटना को रोक दिया।
घटना कैसे हुई
घटना सुबह लगभग 7:40 बजे की बताई जा रही है। ट्रेन जैसे ही दाउदपुर स्टेशन के करीब पहुंची, बी-7 एसी थ्री टियर कोच के पहियों से धुआँ और चिंगारियाँ उठने लगीं। यह देख रेलवे गेट नंबर 62 सी पर तैनात गेटमैन ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझा और बिना देरी किए स्टेशन मास्टर को सूचना दी। स्टेशन मास्टर फिरोज खान ने तुरंत कंट्रोल रूम को रिपोर्ट दी और ट्रेन को दाउदपुर स्टेशन पर रुकवाने का निर्देश जारी किया।
यात्रियों में अफरा-तफरी
जैसे ही ट्रेन रुकते ही बी-7 कोच से धुआं निकलता दिखा, यात्रियों में हल्की भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग पहले स्थिति को समझ नहीं पाए, लेकिन रेलकर्मियों ने शांति बनाए रखने की अपील की और तीव्र गति से कार्य शुरू किया। यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और स्टेशन पर मौजूद स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए।
आग पर काबू पाने में सफलता
रेलवे कर्मचारियों ने फायर एक्सटिंग्विशर और पानी की मदद से आग को नियंत्रित करने की कोशिश शुरू की। करीब आधे घंटे तक चले प्रयासों के बाद आग को पूरी तरह बुझा लिया गया। गनीमत रही कि आग कोच के भीतर की सीटों या अन्य सामग्री तक नहीं पहुंची, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। कर्मचारियों की समय पर हस्तक्षेप ने स्थिति को बेकाबू होने से बचा लिया।
तकनीकी जांच और राहत व्यवस्था
आग पर काबू पाने के बाद ट्रेन के सभी कोचों की तकनीकी जांच की गई। विशेष रूप से बी-7 कोच के ब्रेक सिस्टम और पहियों की गहन जांच की गई। प्राथमिक जांच में संभावना जताई गई है कि आग ब्रेक बाइंडिंग या घर्षण की वजह से लगी होगी। रेलवे विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच का आदेश दिया है। साथ ही सभी एसी कोचों की तकनीकी फिटनेस जांचने के निर्देश भी जारी हुए हैं। स्टेशन पर फंसे यात्रियों के लिए पेयजल, बैठने की व्यवस्था और सहायता कर्मियों को तैनात किया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, ट्रेन को सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर दरभंगा के लिए पुनः रवाना कर दिया गया।
कर्मचारियों की सतर्कता की सराहना
पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों ने दाउदपुर स्टेशन के कर्मचारियों की सजगता को सराहनीय बताया। गेटमैन और स्टेशन मास्टर की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण एक बड़ी त्रासदी होने से टल गई। यदि ट्रेन बिना सूचना आगे बढ़ती रहती, तो आग और बढ़ सकती थी, जिससे कोच में सवार यात्रियों की जान को बड़ा खतरा हो सकता था।
चुनाव के समय सुरक्षा और सावधानी की आवश्यकता
यह घटना उस समय सामने आई है जब बिहार चुनाव के कारण रेलवे और अन्य प्रशासनिक तंत्र पहले से ही अलर्ट पर हैं। भीड़भाड़, आवागमन और अतिरिक्त परिवहन सेवाओं के बीच सुरक्षा उपायों की और कड़ी निगरानी की आवश्यकता होती है। रेलवे प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मेंटेनेंस और निरीक्षण प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा। नई दिल्ली-दरभंगा क्लोन ट्रेन में लगी आग की यह घटना यात्रियों के लिए भयावह हो सकती थी, लेकिन रेलकर्मियों की समय पर कार्रवाई ने इसे बड़ी दुर्घटना में बदलने से रोक लिया। यह घटना सतर्कता और आपातकालीन प्रतिक्रिया की महत्ता को दर्शाती है। रेलवे प्रशासन अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


