November 17, 2025

दरभंगा पार्सल ब्लास्ट : गिरफ्तार सगे भाइयों ने किए खुलासे, पाक में केमिकल बम बनाने की ली थी ट्रेनिंग, लंबी दूरी की ट्रेनों को उड़ाने की थी साजिश

दरभंगा। दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बीते 17 जून को हुए पार्सल बम ब्लास्ट मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) की टीम ने हैदराबाद के बाद यूपी से दो और आतंकी सलीम और कफील को गिरफ्तार कर शनिवार को पटना पहुंची। पटना एयरपोर्ट पर दोनों आतंकियों के आने को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। एयरपोर्ट पर विजिटर के आने पर रोक लगा दी गई थी। सीआरपीएफ और बिहार एटीएस के जवानों को सुरक्षा के लिए खास तौर पर लगाया गया था। वहीं, शुक्रवार को हैदराबाद में पकड़े गए दो सगे भाइयों मो. इमरान मल्लिक और मो. नासिर मल्लिक से पूछताछ में एनआईए को कई सुराग मिले हैं।
2012 में पाक गया था नासिर, केमिकल बम बनाने की ली थी ट्रेनिंग
बताया जाता है कि मो. नासिर मल्लिक 2012 में पाकिस्तान गया था। वहां पाकिस्तानी सेना और पाक की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने उसे केमिकल बम तैयार करने की ट्रेनिंग दी थी। लश्कर के इशारे पर लंबी दूरी की ट्रेनों को निशाना बनाकर देश को दहलाने की साजिश रची गयी थी।
लंबी दूरी की ट्रेनों को उड़ाने की थी साजिश
17 जून को हुए पार्सल बम ब्लास्ट मामले में सूत्रों के अनुसार सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से भेजे गए पार्सल में एक सेंसर भी लगाया गया था। हालांकि बनाये गए केमिकल बम के कम ज्वलनशील होने के कारण ट्रेन के पार्सल वैन में ब्लास्ट नहीं हो सका। आतंकियों की साजिश केमिकल बम से कई लंबी दूरी की ट्रेनों को उड़ाने की थी। सिकंदराबाद जंक्शन से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एनआईए ने पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
हवाला कारोबारियों के माध्यम से भेजे गए थे रुपए
वहीं उत्तर प्रदेश के कैराना से सलीम और कफील की गिरफ्तारी के बाद एनआईए के हाथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां लगी हैं। ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए पुरानी दिल्ली के कई हवाला कारोबारियों के जरिये इकबाल काना ने सलीम को पैसे भेजवाये थे।
इकबाल काना से मिले संपर्क के सबूत
जांच एजेंसी के हाथ जानकारी लगी है कि ब्लास्ट को अंजाम देने कर लिए मो. नासिर मल्लिक व मो. इमरान मल्लिक को 1.5 लाख रुपये दिए गए थे। बताया जाता है कि सोशल मीडिया के जरिये इकबाल काना से दोनों के संपर्क करने के सबूत भी एनआईए को मिले हैं। उन लोगों के टारगेट पर और कौन-कौन सी जगह थी, इसे लेकर गहन पूछताछ चल रही है। मो. सुफियान के सिलसिले में उन लोगों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक की जांच में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलर इकबाल काना ने दरभंगा के अलावा देश के कई कोनों में दहशत मचाने के लिए युवकों को तैयार करने का जिम्मा सौंपा था।
मोबाइल से भेजा था केमिकल बम बनाने का फार्मूला
बताया जाता है कि काना ने केमिकल बम बनाने का फार्मूला भी सलीम के मोबाइल पर भेजा था। वहीं दूसरी ओर सिकंदराबाद से भेजे गए पार्सल पर जो मोबाइल नंबर दर्ज था, वह कफील का बताया जा रहा है। एनआईए उसके कॉल डिटेल्स की गहन तहकीकात कर रही है। इस साजिश में कई स्लीपर सेल के शामिल होने की भी आशंका जतायी जा रही है।
शुक्रवार को पटना लाए गए थे इमरान और नासिर
बता दें दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से गिरफ्तार दोनों आरोपी आतंकी इमरान और नासिर को शुक्रवार को पटना लाया गया। एयरपोर्ट पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के साथ इन्हें बाहर निकाला गया। दोनों आरोपी सगे भाई हैं। 2 घंटे 42 मिनट एटीएस आॅफिस में नासिर और इमरान मलिक से बिहार एटीएस के अधिकारियों ने पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो ब्लास्ट की प्लानिंग से लेकर उसे अंजाम तक पहुंचाने के बारे में अधिकारियों ने पूछताछ की है।

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