‘मोंथा’ तूफ़ान से पटना में बारिश, दो दिनों का अलर्ट जारी, गिरा तापमान, बढ़ी ठंड
 
                पटना। राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में इस समय मौसम का मिज़ाज पूरी तरह बदल गया है। चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रभाव जिस प्रकार तटीय क्षेत्रों और उत्तर-पूर्वी राज्यों में देखा गया, अब वह असर बिहार में भी स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह से ही पटना में बारिश का दौर जारी है। आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और सूरज की रोशनी लगभग गायब है। लगातार हो रही फुहारों और बूंदाबांदी ने राजधानी के मौसम को ठंडा और नम बना दिया है। मौसम विभाग की मानें तो इस बदले मौसम की स्थिति अगले दो दिनों तक बनी रह सकती है। फिलहाल तापमान में सामान्य दिनों की तुलना में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। सुबह और शाम के समय हल्की ठंडक का अहसास होने लगा है। यह ठंड भले ही बहुत तेज नहीं है, परंतु बारिश और हवा की वजह से लोगों को ऊनी या गर्म कपड़ों की आवश्यकता महसूस होने लगी है। मौसम में हो रहे इस परिवर्तन ने दैनिक दिनचर्या पर भी प्रभाव डाला है।
राजधानी की रफ्तार पर असर
पटना में लगातार हो रही बूंदाबांदी से हालांकि भारी जलजमाव जैसी स्थिति अभी नहीं बनी है, क्योंकि बारिश बहुत तेज नहीं है। लेकिन हल्की बारिश और फुहारों के कारण लोगों के लिए आना-जाना आसान नहीं रह गया है। स्कूल और दफ्तर जाने वाले लोगों को छतरी और रेनकोट के सहारे सड़क पर निकलना पड़ रहा है। दोपहिया वाहन चालकों को विशेष परेशानी हो रही है, क्योंकि फिसलन भरी सड़कों पर सावधानी से चलना आवश्यक है। वहीं, सड़क किनारे छोटे व्यापारियों की आमदनी पर भी असर पड़ा है, क्योंकि ग्राहक कम निकल रहे हैं।
राज्य में येलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने सिर्फ राजधानी ही नहीं, पूरे बिहार के 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी, शियोहर, बक्सर, भोजपुर, पटना, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, गया, नवादा, औरंगाबाद और रोहतास शामिल हैं। इन जिलों के लोगों को मौसम विभाग ने सतर्क रहने की सलाह दी है।
भारी बारिश से फसलों को नुकसान की आशंका
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रभाव बिहार में 48 घंटे तक रहेगा। इस दौरान बादल छाए रहेंगे और रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। इसका असर खेती पर भी पड़ेगा, खासकर रबी की फसलों पर। जहां खेतों में नमी बढ़ेगी, वहीं भारी बारिश होने पर फसलों को नुकसान की भी आशंका है। हालांकि फिलहाल की बारिश मध्यम श्रेणी की है, इसलिए किसानों को अभी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन मौसम में अत्यधिक बदलाव पर नजर बनाए रखना जरूरी है।
सतर्कता और सलाह
सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। विशेष रूप से ऐसे इलाकों में जहां जलजमाव की संभावना रहती है, वहां सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। शहर में खुले स्थानों पर खड़े पेड़ों के पास अधिक देर रुकना या वाहन खड़ा करना भी जोखिमपूर्ण हो सकता है, क्योंकि हवा के तेज होने पर पेड़ की टहनियां टूटकर गिर सकती हैं।
मौसम का सुहावना लेकिन धीमा माहौल
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि पटना का मौसम इन दिनों सुहावना है। बारिश की बूंदें वातावरण में ठंडक घोल रही हैं, जिससे हल्की सर्दियों का अहसास होने लगा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश और बादलों के कारण शहर की रफ्तार कुछ धीमी पड़ गई है। लोग गर्म चाय, पकौड़ों और आरामदायक मौसम का आनंद तो ले रहे हैं, लेकिन साथ ही सावधानी भी बरत रहे हैं कि किसी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना न हो। अगले दो दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहने की संभावना है। उसके बाद धीरे-धीरे बादल छंटेंगे और मौसम सामान्य होने लगेगा। फिलहाल पटना और आसपास के जिलों में बारिश का असर लोगों के जीवन को थोड़े समय के लिए प्रभावित कर रहा है, लेकिन यह बदलाव मौसमी प्रक्रिया का स्वाभाविक हिस्सा है।



 
                                             
                                             
                                             
                                        