पटना में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर साइबर ठगी, 7.16 लाख उड़ाए, मामला दर्ज

पटना। पटना शहर में एक बार फिर साइबर अपराधियों ने नई चालाकी के साथ एक युवक को ठग लिया। इस बार ठगी का तरीका कुछ अलग और भरोसा दिलाने वाला था – “वर्क फ्रॉम होम” का लालच। आलमगंज थाना क्षेत्र के त्रिपोलिया कोयला घाट के रहने वाले अंकित साहा को पहले तो घर बैठे पैसे कमाने का झांसा दिया गया और फिर धीरे-धीरे उसे लाखों रुपये की चपत लगा दी गई। अंकित को सबसे पहले व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया जिसमें बताया गया कि अगर वह गूगल पर रेस्तरां की समीक्षा (रेस्टोरेंट रिव्यू) करेगा, तो उसे पैसे मिलेंगे। इस ऑफर को सुनकर अंकित को यह एक आसान और भरोसेमंद काम लगा। फिर उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया जहाँ उसे छोटे-छोटे टास्क दिए गए। उसने जब ये टास्क पूरे किए, तो उसके अकाउंट में कुछ पैसों का भुगतान भी किया गया। इससे उसका विश्वास और मजबूत हो गया। इसके बाद ठगों ने असली खेल शुरू किया। उन्होंने अंकित को वर्चुअल करेंसी में निवेश करने का सुझाव दिया और दावा किया कि इससे वह बहुत बड़ा मुनाफा कमा सकता है। धीरे-धीरे अंकित ने 7.16 लाख रुपये का निवेश कर दिया, क्योंकि उसे लगातार यह दिखाया जा रहा था कि उसका पैसा बढ़ रहा है। लेकिन जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उसे कहा गया कि पहले उसे कुल राशि का 47 प्रतिशत टैक्स देना होगा। यह सुनते ही अंकित को शक हुआ और उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। जब उसे यकीन हो गया कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो उसने साइबर थाना में जाकर इस पूरे मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है और साइबर क्राइम के इस नए ट्रेंड को लेकर सतर्कता भी बरती जा रही है।यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति की ठगी की कहानी है, बल्कि एक चेतावनी भी है कि आज के डिजिटल युग में लोग किस तरह फर्जी वर्क फ्रॉम होम के जाल में फंसाए जा रहे हैं। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, खासकर जब अनजान नंबरों से ऐसे ऑफर आएं। किसी भी लिंक या ग्रुप में शामिल होने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करना जरूरी है। वरना मेहनत की कमाई ऐसे ही ठगों की जेब में चली जाती है।
