गया में 7 वर्षीय बच्ची के साथ हैवानियत, बहला-फुसला कर ले गए आरोपी, फिर पूरी रात की दरिंदगी

गया। बिहार के गया जिले में 7 साल की बच्ची से गैंगरेप हुआ है। दो नाबालिग आरोपी उसे बहला-फुसला कर अपने साथ ले गए थे। रात भर उसके साथ दरिंदगी की, फिर दूसरे दिन सुबह सड़क किनारे फेंक कर भाग गए। मामला बेलागंज थाना क्षेत्र के एक गांव का है। बच्ची गुरुवार शाम घर से खेलने के लिए निकली थी, वो झूला झूल रही थी और अचानक गायब हो गई। पूरी रात घर नहीं लौटी। परिजनों ने बच्ची की काफी तलाश की, लेकिन वो नहीं मिली। परिजनों को लगा कि बच्ची खेलते-खेलते कहीं सो गई होगी। सुबह फिर से बच्ची को खोजने की तैयारी थी। इसी बीच शुक्रवार सुबह पीड़ित बच्ची खून से लथपथ गंभीर स्थिति में अपने घर पहुंची। घर लौटने के बाद उसने परिजनों को आपबीती बताई। उसने बताया कि ‘गांव के एक शख्स के साले पल्लू मांझी और एक अन्य युवक शिवा मांझी ने उसके साथ गंदा काम किया है।’ यह बात सुनते ही घर के लोग परेशान हो गए। पीड़ित बच्ची के गाल और गला सूजा हुआ था। प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। काफी सोच-विचार के बाद परिवार के लोग दोपहर बाद थाने पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं। पुलिस ने आरोपी नाबालिगों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि दोनों गांव में नहीं हैं। दोनों आरोपियों की उम्र 15 से 16 साल के बीच की है। पुलिस ने पीड़िता को इलाज के लिए बेलागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से उसे प्रभावती अस्पताल रेफर कर दिया गया। बच्ची के गले और चेहरे पर चोट के निशान हैं। जब वो घर पहुंची थी तो उसकी स्थिति ठीक नहीं थी। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। बच्ची का मेडिकल कराया जा रहा है। वहीं, ट्रेनी डीएसपी और थानाध्यक्ष सदानंद कुमार ने बताया कि बच्ची का 164 के तहत बयान दर्ज किया गया है। पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया- पल्लू मांझी और शिवा मांझी ने मिलकर मेरी बच्ची के साथ दरिंदगी की है। हमलोगों ने पीड़ित बच्ची को बेलागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। बच्ची की हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गया के प्रभावतीअस्पताल रेफर कर दिया है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि बेलागंज थानाध्यक्ष ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। पीड़ित बच्ची को इलाज के लिए महिला पुलिस पदाधिकारी के साथ मगध मेडिकल हॉस्पिटल भेजा गया है। जहां बच्ची की स्थिति अब ठीक है। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई है। जिसमें बेलागंज थानाध्यक्ष, बेलागंज थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल और तकनीकी शाखा के पदाधिकारी-कर्मी को शामिल किया गया है। टीम ने अपराधियों की पहचान कर ली है। गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
