पटना में आर्मी जवान की पत्नी के साथ अपराधियों ने की छिनतई, सोने की चेन लूटकर हुए फरार

पटना। बिहार की राजधानी पटना में अपराध का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। शहर में हो रही आपराधिक घटनाओं के कारण आम जनता में भय का माहौल बनता जा रहा है। पिछले कुछ समय से पटना में लूटपाट, चेन स्नेचिंग, और अन्य अपराधों की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, और यह स्थिति प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है। अपराधी पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं और पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हाल ही में हुई घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। रविवार देर रात पटना के डाकबंगला चौराहे पर एक बड़ी लूटपाट की घटना सामने आई, जिसमें बाइक सवार अपराधियों ने एक सेना जवान की पत्नी के गले से सोने की चेन लूट ली। यह घटना राजधानी के व्यस्त क्षेत्र में हुई, जो इस बात को दर्शाती है कि अपराधी कितने निडर होकर अपनी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। घटना के वक्त सेना के जवान योगेश कुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पटना में दशहरे का मेला देखने आए थे। गया से आए जवान योगेश कुमार पानीपत सेना में पदस्थापित हैं और जमाल रोड स्थित एक होटल में ठहरे थे। योगेश कुमार अपनी पत्नी के साथ होटल से पैदल खाना लेने डाकबंगला चौराहे के समीप पहुंचे थे। तभी बाइक सवार दो अपराधियों ने उनकी पत्नी के गले में पहनी सोने की चेन पर निशाना साधा। जब योगेश और उनकी पत्नी खाना लेकर वापस होटल की ओर लौट रहे थे, तब अचानक अपराधियों ने चेन छीन ली और कोतवाली थाना की दिशा में भाग निकले। घटना के समय सड़क पर वाहनों का आवागमन कम था, जिसका फायदा उठाकर अपराधी तेज गति से फरार होने में सफल हो गए। इस लूटपाट के बाद योगेश कुमार अपनी पत्नी के साथ तुरंत कोतवाली थाना पहुंचे और घटना की शिकायत दर्ज करवाई। इस घटना के दौरान कोतवाली थाना की पुलिस इस्कॉन मंदिर में हुए विवाद को सुलझाने में लगी थी, जबकि गश्ती दल भी घटनास्थल से दूर था। इस स्थिति का फायदा उठाकर अपराधियों ने लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए। पुलिस द्वारा घटना की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई, और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल कर अपराधियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं राजधानी पटना में बढ़ते अपराध और पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े करती हैं। पटना में हाल के दिनों में लूटपाट की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। बाइक सवार बदमाशों का एक गैंग खासतौर पर महिलाओं और राहगीरों को निशाना बना रहा है। खासकर रात के समय सड़कों पर चलने वाली महिलाओं से चेन स्नेचिंग की घटनाएं आम हो गई हैं। यह स्थिति राजधानी में आम लोगों के लिए असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है। स्थानीय लोग पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था में कमी का आरोप लगा रहे हैं। कई बार ऐसा देखा गया है कि पुलिस घटनाओं के बाद पहुंचती है, और अपराधी आसानी से फरार हो जाते हैं। राजधानी पटना में बढ़ते अपराध का मुख्य कारण अपराधियों का बढ़ता हौसला है। इस तरह की घटनाओं से यह साफ दिखता है कि अपराधी कानून और पुलिस की उपस्थिति से बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं। दिन-दहाड़े और व्यस्त इलाकों में इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने से स्पष्ट है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है। पुलिस की असफलता और अपराधियों की बेखौफ गतिविधियों के चलते आम जनता का प्रशासन पर से विश्वास कम होता जा रहा है। पटना पुलिस के सामने बढ़ते अपराध को रोकना एक बड़ी चुनौती बन गया है। राजधानी में गश्ती दल की कमी और अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने में कमी से अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन घटना के तुरंत बाद अपराधी फरार हो जाते हैं, जिससे पुलिस के लिए उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है। पुलिस को गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। इस तरह की घटनाओं से राजधानी पटना में रहने वाले लोगों के मन में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। महिलाएं और बुजुर्ग खासकर रात के समय बाहर निकलने में डर महसूस कर रहे हैं। चेन स्नेचिंग और लूटपाट की घटनाएं लोगों को अपने कीमती सामान और खुद की सुरक्षा को लेकर चिंतित कर रही हैं। प्रशासन को इन घटनाओं पर कड़ी नजर रखते हुए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि राजधानी में शांति और सुरक्षा का माहौल बन सके। पटना में अपराध का बढ़ता ग्राफ प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है। राजधानी में हो रही लूटपाट और अन्य आपराधिक घटनाएं पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल खड़ा कर रही हैं। सेना जवान की पत्नी के साथ हुई लूट की घटना ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितने निडर होकर अपनी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए पुलिस को गश्त बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को सख्त करने की जरूरत है। जनता में सुरक्षा की भावना को बहाल करने के लिए प्रशासन को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी, ताकि राजधानी पटना एक सुरक्षित शहर बन सके।

 

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