December 8, 2025

बक्सर में अपराधियों ने राजद नेता को मारी गोली, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

बक्सर। बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बक्सर जिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक नेता पर जानलेवा हमला हुआ है। बुधवार देर रात अज्ञात अपराधियों ने राजद नेता सह अधिवक्ता ददन आज़ाद को गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें तत्काल इलाज के लिए पटना रेफर किया गया, जहां एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना बगेन गोला थाना क्षेत्र के बराढ़ी पुल के समीप की है। जानकारी के अनुसार, ददन आज़ाद अपने बहन के घर भदवर गांव से बाइक से अपने पैतृक गांव सलसड़ा (थाना-नवानगर) लौट रहे थे। उसी दौरान पुल के पास घात लगाए बैठे अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया। स्थानीय सूत्रों का मानना है कि यह हमला लूट के इरादे से किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि अपराधियों ने उनकी बाइक लूटने की कोशिश की, लेकिन असफल रहने पर पीछे से गोली मार दी। गोली लगने के बाद ददन आज़ाद सड़क किनारे गिर पड़े। राहगीरों ने उन्हें स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। गोली लगने से उनकी हालत काफी नाजुक थी, लेकिन समय रहते इलाज मिलने के कारण अब उनकी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही बगेन गोला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। घटनास्थल से कुछ सुराग इकट्ठा किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तकनीकी टीम के सहयोग से इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। बक्सर एसपी ने मीडिया को बताया कि घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हमला किसी पुरानी रंजिश का नतीजा था या फिर सिर्फ लूट की नीयत से किया गया था। पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और जल्द ही मामले का खुलासा करने का दावा किया है। इस हमले के बाद से राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। राजद कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नाराजगी है और उन्होंने अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। पार्टी के नेताओं ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे मामले को गंभीरता से लें और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाएं। बिहार में बढ़ते आपराधिक घटनाओं के बीच एक राजनैतिक व्यक्ति पर हमला, वह भी हाईवे जैसे खुले इलाके में, राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और अपराधियों को कब तक पकड़ पाती है।

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