October 29, 2025

समस्तीपुर में अपराधियों ने पाइपलाइन कर्मचारियों को मारी गोली, रंगदारी नहीं देने पर वारदात को दिया अंजाम

समस्तीपुर। जिले में गुरुवार देर रात अपराधियों ने रंगदारी की मांग पूरी नहीं होने पर गैस पाइपलाइन बिछाने के काम में लगे कर्मचारियों पर हमला कर दिया। इस घटना में एक कर्मचारी को गोली लगी और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला रोसड़ा थाना क्षेत्र के ऐरौत गांव का है, जहां अपराधियों ने 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी।
रंगदारी की मांग और धमकी
पीड़ित अनिल कुमार के अनुसार, गुरुवार की दोपहर चार से पांच बाइक पर सवार होकर अपराधी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने सुपरवाइजर मृत्युंजय कुमार से सीधे 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। जब सुपरवाइजर ने साफ कहा कि यह बीपीसीएल का काम है और उनके पास देने के लिए कोई पैसा नहीं है, तो अपराधियों ने काम बंद कराने की धमकी दी। डर का माहौल बनाने के लिए ट्रैक्टर को भी साइट से हटवा दिया गया। इसके बाद अपराधी वहां से चले गए, लेकिन देर रात लौटकर उन्होंने हमला बोल दिया।
गोलीबारी की घटना
रात के समय अपराधी फिर से मौके पर पहुंचे और सुपरवाइजर मृत्युंजय कुमार पर सीधा निशाना साधकर गोली चला दी। इस दौरान सुपरवाइजर नीचे गिर पड़े और पीछे खड़े अनिल कुमार को भी गोली लग गई। अनिल कुमार को कमर के पास गोली लगी है। मौके पर दो राउंड फायरिंग की गई। गोलियों की आवाज सुनते ही आस-पास के लोग दौड़कर वहां पहुंचे, जिससे अपराधी तुरंत फरार हो गए।
अस्पताल में भर्ती और इलाज
घायल कर्मचारी को पहले अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे समस्तीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहां उसका इलाज चल रहा है और चिकित्सकों ने कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। गोली लगने से कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हैं, लेकिन खतरे से बाहर करने के लिए डॉक्टरों की टीम लगातार प्रयास कर रही है।
पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई
इस घटना के बाद रोसड़ा के डीएसपी संजय सिन्हा ने मौके का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि गोलीबारी की इस वारदात में बीपीसीएल के लिए काम कर रहे एक कर्मचारी को गोली लगी है और उसका इलाज चल रहा है। डीएसपी ने यह भी स्वीकार किया कि मामला रंगदारी से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है। फिलहाल, पीड़ित का विस्तृत बयान दर्ज नहीं हो पाया है। जैसे ही बयान दर्ज किया जाएगा, इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की जाएगी।
अपराधियों की चुनौती और माहौल
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। दिन में रंगदारी की मांग करने और रात में गोलीबारी कर फरार हो जाने की घटना ने स्थानीय लोगों में भय का वातावरण पैदा कर दिया है। ऐरौत गांव और आसपास के क्षेत्रों में लोग दहशत में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अपराधी अब खुलेआम विकास कार्यों को भी बाधित करने लगे हैं, जिससे गांव और जिले की छवि खराब हो रही है।
प्रशासन के सामने चुनौती
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जाएगी। लेकिन इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि विकास कार्यों को अपराधियों से कैसे सुरक्षित रखा जाए। गैस पाइपलाइन जैसी परियोजनाएं राष्ट्रीय स्तर की योजनाएं होती हैं और इनमें बाधा डालने का मतलब सीधे तौर पर क्षेत्र के विकास को रोकना है। समस्तीपुर में हुई यह घटना केवल एक रंगदारी की मांग से जुड़ी वारदात नहीं है, बल्कि यह राज्य में कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़ा करती है। अपराधियों ने जिस तरह से पहले धमकी दी और बाद में गोलीबारी की, वह सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है। अब पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि न केवल अपराधियों को पकड़कर कड़ी कार्रवाई करे, बल्कि विकास परियोजनाओं में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करे। इससे लोगों का विश्वास बहाल होगा और अपराधियों के मंसूबों पर अंकुश लगेगा।

You may have missed