December 8, 2025

पटना में एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, मुखिया पति गोलीकांड मामले में शूटर समेत दो अपराधी गिरफ्तार

पटना। जिले के रानीतालाब थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज गोलीकांड मामले में बिहार एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। यह घटना 21 मई की रात घटी थी, जब एक नाइट क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह के दौरान बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग कर दी थी। इस हमले में बिक्रम प्रखंड के सैदाबाद पंचायत के मुखिया पति अंजनी सिंह समेत दो अन्य दर्शक धीरज और राजा कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया था और कई दिनों तक लोग घटना से आक्रोशित थे। यह हमला उस वक्त हुआ जब गांव में क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन समारोह चल रहा था और बड़ी संख्या में लोग मैदान में मौजूद थे। अचानक बाइक पर सवार होकर कुछ अपराधी आए और बिना किसी चेतावनी के ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अंजनी सिंह को लक्ष्य बनाकर की गई इस गोलीबारी में धीरज और राजा भी घायल हो गए, जो वहां दर्शक के तौर पर उपस्थित थे।
स्थानीय आक्रोश और सड़क जाम
घटना के सात दिन बाद भी जब किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच-139 पर कनपा पुल के पास जाम लगा दिया। लोगों की मांग थी कि आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और पीड़ितों को न्याय मिले। इस जनदबाव के बाद प्रशासन ने कार्रवाई तेज की और एक विशेष टीम का गठन किया।
एसटीएफ की सक्रियता और गिरफ्तारी
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ ने पालीगंज डीएसपी-2 उमेश्वर कुमार चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में बिक्रम और रानीतालाब थाना की पुलिस को भी शामिल किया गया। गहन छानबीन और तकनीकी सहायता से एसटीएफ ने पटना के बिहटा थाना क्षेत्र स्थित पाली गांव से एक मुख्य आरोपी संतोष कुमार को गिरफ्तार किया। संतोष, योगेश्वर राय का पुत्र है और उस पर घटना में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है।
लाइनर की गिरफ्तारी और पूछताछ
संतोष की गिरफ्तारी के बाद उससे गहन पूछताछ की गई, जिसमें उसने घटना के बारे में कई अहम जानकारियां दीं। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने एक और आरोपी को पकड़ा, जो घटना के वक्त लाइनर की भूमिका में था यानी हमलावरों के लिए मैदान और रास्ता साफ करने का काम कर रहा था। पुलिस ने इनके पास से एक चोरी की बाइक, गोली के कई खोखे और एक खाली मैगजीन भी बरामद की है, जो हमले में इस्तेमाल किए गए थे।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
फिलहाल एसटीएफ और स्थानीय पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। पुलिस को उम्मीद है कि इनके जरिए जल्द ही अन्य हमलावरों की भी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकेगा। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और बहुत जल्द इस पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि गांव-कस्बों में भी आपराधिक घटनाएं अब सार्वजनिक आयोजनों को भी निशाना बना रही हैं। हालांकि एसटीएफ और पुलिस की तत्परता से पीड़ितों और ग्रामीणों को थोड़ा राहत मिला है। अब सभी की नजरें आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके और आम लोगों का भरोसा कानून व्यवस्था पर बना रहे।

You may have missed