गया में जनसुराज के नेता पर अपराधियों का जानलेवा हमला, बाइक से की ताबड़तोड़ फायरिंग
गया। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, लेकिन इसके साथ ही अपराधियों के हौसले भी बुलंद नजर आ रहे हैं। ताजा मामला गया जिले का है, जहां जनसुराज पार्टी के नेता और गया नगर निगम के वार्ड पार्षद गजेंद्र सिंह पर सोमवार देर रात जानलेवा हमला किया गया। बाइक सवार अपराधियों ने उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गनीमत रही कि वे इस हमले में बाल-बाल बच गए। हालांकि एक गोली उनकी गाड़ी पर लगी है, जबकि दो से अधिक फायरिंग के निशान चूक गए। मिली जानकारी के अनुसार, गजेंद्र सिंह सोमवार देर रात अपने विधानसभा क्षेत्र चंदौती इलाके से स्कॉर्पियो गाड़ी से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान वे गयाजी स्थित अपने एक परिचित से मुलाकात कर एपी कॉलोनी स्थित अपने आवास लौट रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी चंदौती रोड पर एलआईसी ऑफिस और डीपीएस स्कूल के बीच पहुंची, तभी बाइक पर सवार दो अज्ञात अपराधियों ने उन पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने करीब तीन से चार राउंड गोलियां चलाईं। उनमें से एक गोली गाड़ी के दरवाजे पर जा लगी, जबकि बाकी गोलियां गाड़ी को छूते हुए निकल गईं। हमले के दौरान गजेंद्र सिंह ने तत्काल सूझबूझ दिखाते हुए अपनी गाड़ी की रफ्तार बढ़ाई और सीधे रामपुर थाना पहुंचे। वहां उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी और प्राथमिकी दर्ज कराई। घटना की जानकारी मिलते ही रामपुर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। थानाध्यक्ष दिनेश बहादुर सिंह ने बताया कि “घटना ऐसे स्थान पर हुई है जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, लेकिन पुलिस टीम पूरे इलाके में छानबीन कर रही है। जल्द ही अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।” घटना के बाद से राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। गजेंद्र सिंह फिलहाल गया शहर विधानसभा क्षेत्र से जनसुराज पार्टी के संभावित प्रत्याशी माने जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा, “यह हमला राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है। चुनाव नजदीक हैं और कुछ लोग माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। मैं चाहता हूं कि पुलिस जल्द से जल्द दोषियों को पकड़े और सच्चाई सामने लाए।” स्थानीय लोगों के अनुसार, जिस स्थान पर यह वारदात हुई वह क्षेत्र रात में अपेक्षाकृत सुनसान रहता है। अपराधियों ने इसी का फायदा उठाया। गाड़ी पर गोली लगने के निशान पुलिस के लिए अहम सबूत साबित हो सकते हैं। फॉरेंसिक टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है ताकि फायरिंग में इस्तेमाल हथियार और कारतूस के खोलों की जांच की जा सके। वहीं, जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं में इस घटना के बाद रोष है। उन्होंने मंगलवार सुबह रामपुर थाना पहुंचकर पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। पार्टी नेताओं ने कहा कि चुनावी माहौल में इस तरह की घटनाएं लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए खतरा हैं। अगर अपराधियों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो पार्टी आंदोलन करेगी। गौरतलब है कि बिहार में चुनावी मौसम के साथ ही राजनीतिक नेताओं पर हमलों की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। पुलिस प्रशासन ने सभी प्रत्याशियों और प्रमुख नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा शुरू कर दी है।


