बिहार एसटीएफ ने वांटेड इनामी अपराधी को मुजफ्फरपुर से दबोचा, विशेष टीम ने की संयुक्त कार्रवाई

पटना। बिहार में अपराध के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में बिहार पुलिस की विशेष टीम और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मिलकर एक बड़ी सफलता हासिल की है। शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि मोतिहारी जिले के एक कुख्यात इनामी अपराधी सरोज कुमार को संयुक्त छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्त में आए अपराधी सरोज कुमार पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था। यह गिरफ्तारी 26 दिसंबर की रात हुई, जब एसटीएफ और मोतिहारी जिला पुलिस ने मिलकर मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र में छापेमारी की। सरोज कुमार को मोतिहारी जिले के जितना थाना कांड संख्या 228/13 के तहत एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट की विभिन्न धाराओं में वांछित घोषित किया गया था। सरोज कुमार की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के कोठी कसवा निवासी अंजनी कुमार ठाकुर के बेटे के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि सरोज 16 जून 2013 से फरार था और उसके खिलाफ मोतिहारी जिले में मामला दर्ज किया गया था। सरोज कुमार पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(बी), 11(ⅰ) और 23(ⅰ) के तहत मामला दर्ज था। यह कानून नशीले पदार्थों की तस्करी और उनके अवैध व्यापार पर रोक लगाने के लिए लागू किया गया है। लंबे समय से फरारी के बावजूद पुलिस उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी। गुप्त सूचना के आधार पर बिहार एसटीएफ और मोतिहारी पुलिस ने कांटी थाना क्षेत्र में छापेमारी कर उसे धर दबोचा। यह गिरफ्तारी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई का नतीजा है। इस तरह की कार्रवाइयों से यह साबित होता है कि बिहार पुलिस और एसटीएफ राज्य में अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं। पुलिस ने सरोज कुमार की गिरफ्तारी को राज्य में अपराध और नशा तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। सरोज कुमार जैसे कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी से पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों के लिए कानून से बचना नामुमकिन है। राज्य में कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बिहार पुलिस और एसटीएफ लगातार प्रयासरत हैं। यह कार्रवाई न केवल अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है, बल्कि जनता में सुरक्षा का विश्वास भी बढ़ाती है।

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