November 19, 2025

पटना में स्ट्रीट लाइट लगाने वाली एजेंसी पर नगर निगम की बड़ी कार्रवाई, 19 करोड़ का लगाया जुर्माना

पटना। पटना शहर में स्ट्रीट लाइटों की खराब हालत को लेकर आम लोगों की लगातार शिकायतों के बाद अब नगर निगम ने बड़ा कदम उठाया है। रात के समय अंधेरे में सड़क पर चलना नागरिकों के लिए मुश्किल होता जा रहा था, जिससे न केवल असुविधा बढ़ रही थी बल्कि दुर्घटनाओं और अपराधों की आशंका भी बनी हुई थी। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
सर्वे में सामने आई बड़ी खामियां
नगर आयुक्त के आदेश पर पटना नगर निगम की ओर से पूरे शहर में स्ट्रीट लाइटों की व्यापक जांच और सर्वे कराया गया। इस सर्वे में यह साफ हुआ कि कई इलाकों में स्ट्रीट लाइटें या तो पूरी तरह से खराब थीं या फिर सही ढंग से काम नहीं कर रही थीं। इन खामियों के लिए जिम्मेदार एजेंसी की लापरवाही सामने आने के बाद नगर निगम ने 19 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। यह अब तक की सबसे बड़ी नगर प्रशासनिक सजा मानी जा रही है।
शहरभर में स्ट्रीट लाइट सुधार का अभियान
नगर निगम ने पूरे पटना शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को सुधारने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। खासकर बरसात के मौसम को देखते हुए, जब अंधेरे और फिसलन से खतरा और भी बढ़ जाता है, प्रशासन रोशनी की व्यवस्था को मजबूत करने में जुट गया है। इसके लिए रोजाना मरम्मत टीमों को फील्ड में भेजा जा रहा है जो पुराने पोल, लाइट्स और वायरिंग की जांच कर रही हैं और जहां जरूरत है, वहां सुधार कार्य भी कर रही हैं। नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि राजधानी पटना के सभी 75 वार्डों में 50-50 नई स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। इसके लिए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह संस्था जुलाई माह के अंत तक सभी वार्डों को स्ट्रीट लाइटें उपलब्ध करा देगी। इसके बाद इंस्टॉलेशन का काम तेजी से शुरू होगा और 15 अगस्त से पहले सभी वार्डों की प्रमुख सड़कों और गलियों को रोशन कर देने का लक्ष्य रखा गया है।
त्योहारी सीज़न से पहले शहर होगा रोशन
नगर निगम की यह पहल त्योहारी सीज़न को ध्यान में रखकर की जा रही है ताकि नागरिकों को रात के समय सुरक्षित और सुगम आवागमन का अनुभव मिल सके। साथ ही, अच्छी स्ट्रीट लाइटिंग व्यवस्था से अपराध की घटनाओं में कमी आने की भी उम्मीद है। नगर निगम के विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता बबलू गुप्ता ने बताया कि लाइट उपलब्ध होते ही निगम की टीमें विभिन्न वार्डों में एक साथ कार्य शुरू करेंगी।
सुरक्षा और सुविधा दोनों की होगी गारंटी
इस पहल का मुख्य उद्देश्य सिर्फ स्ट्रीट लाइटें लगाना नहीं, बल्कि शहर में एक ऐसी व्यवस्था विकसित करना है जो लंबे समय तक टिकाऊ और प्रभावी हो। नई लाइटें अधिक रोशनी देने वाली और ऊर्जा की बचत करने वाली होंगी। इससे एक तरफ जहां बिजली की खपत कम होगी, वहीं दूसरी ओर आम नागरिकों को रात के समय बेहतर सुरक्षा और सुविधा मिलेगी।
नगर निगम की यह कार्रवाई न केवल एजेंसियों के लिए एक सख्त संदेश है, बल्कि आम जनता के हितों की रक्षा की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दिखाता है कि अब प्रशासन जवाबदेही तय करने और व्यवस्था सुधारने को लेकर गंभीर है।

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