पटना के बड़े निजी अस्पताल में 45 साल की कोरोना मरीज से रेप की कोशिश, मचा हड़कंप, पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी

पटना। कोरोना काल में राजधानी पटना के एक बड़े निजी अस्पताल में बेहद शर्मनाक और डरावना मामला सामने आया है। वैसे इसके पहले भी कोरोना मरीज के परिजन द्वारा भागलपुर के निजी अस्पताल के एक कर्मचारी पर छेड़खानी का आरोप लगी थी और पुलिस ने कार्रवाई भी की। अब ताजा मामला पटना के बेली रोड स्थित एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल का है। यहां काम करने वाले 4-5 कर्मचारियों के ऊपर बेहद ही गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि पिछले 15 दिनों से उक्त अस्पताल के आईसीयू में 45 वर्षीय महिला कोरोना मरीज भर्ती हैं। उक्त महिला मरीज के साथ रेप की कोशिश की गई है। महिला को रस्सी के जरिए बेड से बांधा भी गया था। महिला के साथ रेप की कोशिश का आरोप बेटी ने ही लगाया है। महिला राजधानी के ही एक इलाके की रहने वाली हैं। महिला को कोरोना पॉजिटिव और दूसरी परेशानियां होने के बाद उन्हें बेली रोड के बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था।
यह बात सोमवार को सामने आई, जब उनकी बेटी देखने के लिए वहां पहुंची। बेटी ने दो अलग-अलग वीडियो भी बनाए। आईसीयू के अंदर बनाए गए उस वीडियो में बेटी ने अपने मां से सवाल भी पूछा कि क्या तुम्हारे साथ कुछ गलत हुआ है और कब हुआ? इस पर महिला ने जवाब दिया कल रात को। बेटी ने फिर पूछा कि कब हुआ, मेरे जाने के बाद? इस पर वो सही से जवाब नहीं दे पाईं। बेटी का कहना है कि जब आज वो आईसीयू के अंदर पहुंची तो उनकी मां के हाथ-पैर बंधे हुए थे। जब वहां मौजूद हॉस्पिटल के स्टाफ्स और डॉक्टर से बात की गई कि उनकी मां क्यों बांध कर रखा गया है, तो इस पर अजीब सा जवाब दिया गया। उनकी मानसिक स्थिति खराब बताई गई। जबकि ऐसा नहीं है। सवाल पूछने पर उसका जवाब भी मां दे रही है।
इधर, 45 साल की महिला मरीज के साथ रेप की कोशिश का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। महिला मरीज के साथ गलत काम होने की जानकारी जब पटना पुलिस को भी हुई तो शास्त्रीनगर के थानेदार रामशंकर सिंह ने असलियत जानने और इसकी जांच करने के लिए महिला अफसर के साथ एक टीम को हॉस्पिटल भेजा है। जांच चल रही है। हॉस्पिटल के सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है। आरोप सही है या गलत, जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगी। थानेदार के अनुसार, किसी ने फिलहाल रिटेन कंप्लेन नहीं किया है।
वहीं जब इस मामले में हॉस्पिटल मैनेजमेंट का पक्ष जानने के लिए वहां के पीआरओ के मोबाइल नंबर पर फोन किया। लेकिन, कॉल को रिसीव नहीं किया। मैसेज के जरिए आरोपों से जुड़े सवाल पूछे गए, पर उसका भी खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला।
