राजस्व विभाग में हड़ताल से वापस लौटे 5223 संविदा कर्मी, विभाग की अपील का असर, जल्द देंगे सेवा
पटना। बिहार में लंबे समय से चल रही राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के विशेष सर्वेक्षण संविदाकर्मियों की हड़ताल अब समाप्ति की ओर बढ़ रही है। विभाग द्वारा बार-बार अपील किए जाने और अपील अभ्यावेदन की सुविधा देने के बाद बड़ी संख्या में कर्मी पुनः सेवा में लौट रहे हैं। विभाग की इस पहल ने न केवल हड़ताल को कमजोर किया है बल्कि संविदाकर्मियों को भी फिर से नौकरी का अवसर दिया है।
कर्मियों की वापसी की बढ़ती संख्या
विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 5223 संविदा कर्मी हड़ताल छोड़कर काम पर लौट चुके हैं। इनमें से कई कर्मी वे हैं, जिन्हें पहले बर्खास्त कर दिया गया था लेकिन अपील अभ्यावेदन के जरिए उन्हें फिर से मौका मिला। शुरुआत में सिर्फ कुछ दर्जन कर्मियों ने वापसी की थी, लेकिन जैसे-जैसे विभाग ने अपील प्रक्रिया को आगे बढ़ाया, वैसे-वैसे संख्या में तेजी से इजाफा हुआ।
अपील अभ्यावेदन की स्वीकृति
राजस्व विभाग ने स्पष्ट किया है कि अब तक कुल 1902 अपील अभ्यावेदन मंजूर किए जा चुके हैं। इनमें से बुधवार को ही 502 अपीलें स्वीकृत की गईं। इससे पहले मंगलवार तक 1400 अपीलों को मंजूरी मिल चुकी थी। अपील की इस प्रक्रिया ने बर्खास्त कर्मियों के लिए उम्मीद की नई किरण जगाई है। यही कारण है कि पटना मुख्यालय सहित अन्य विभागीय कार्यालयों में अपील दाखिल करने के लिए संविदाकर्मियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
विभाग की पहल और कर्मियों की प्रतिक्रिया
विभाग ने हड़ताल को समाप्त करने के लिए अपील प्रक्रिया को एक सुनहरा अवसर बताया था। अधिकारियों का कहना है कि जो कर्मी पहले सेवा से हटाए जा चुके थे, उनके लिए यह पहल बेहद लाभकारी साबित हो रही है। विभाग की अपील का असर भी साफ दिखाई देने लगा है। पहले चरण में केवल 54 कर्मियों ने वापसी की थी, फिर संख्या बढ़कर 402 हुई। इसके बाद लगातार सैकड़ों कर्मी अपील के जरिए काम पर लौटने लगे और अब यह संख्या हजारों में पहुंच चुकी है।
संविदाकर्मियों के लिए राहत
यह निर्णय संविदाकर्मियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। जिन लोगों ने नौकरी खो दी थी, उनके सामने आर्थिक संकट गहरा गया था। अपील की सुविधा ने उन्हें फिर से अपनी आजीविका बहाल करने का अवसर दिया है। वहीं विभाग को भी बड़ी राहत मिली है, क्योंकि हड़ताल के कारण कार्य प्रभावित हो रहे थे और विभागीय योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो पा रही थीं।
हड़ताल का असर और वर्तमान स्थिति
हड़ताल की शुरुआत में बड़ी संख्या में संविदाकर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया था। इसके कारण विशेष सर्वेक्षण कार्य की गति रुक गई थी। विभाग पर लगातार दबाव बढ़ रहा था, लेकिन अपील की प्रक्रिया लागू करने और बार-बार अपील करने से अब स्थिति बदल रही है। हजारों कर्मियों की वापसी से उम्मीद जगी है कि जल्द ही शेष बचे कर्मी भी सेवा में लौट आएंगे।
भविष्य की संभावनाएं
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का मानना है कि आने वाले दिनों में अपील प्रक्रिया और तेज होगी और अधिकतर कर्मी काम पर वापस आ जाएंगे। विभाग ने साफ संकेत दिए हैं कि अपील अभ्यावेदन पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है और किसी भी योग्य कर्मी को वापस आने से नहीं रोका जाएगा। इस प्रक्रिया से न केवल विभागीय कार्य में तेजी आएगी बल्कि संविदाकर्मियों का भविष्य भी सुरक्षित होगा। राजस्व विभाग की अपील का असर अब साफ नजर आने लगा है। हजारों संविदाकर्मी काम पर लौट चुके हैं और कई अन्य अपील प्रक्रिया में हैं। यह पहल न केवल विभाग के लिए लाभकारी है बल्कि उन कर्मियों के लिए भी एक अवसर है, जिन्होंने नौकरी गंवाई थी। हड़ताल की स्थिति धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में विभाग का कामकाज पूरी तरह से पटरी पर लौट आएगा।


