पटना में 30 अक्टूबर से 8 नवंबर तक नही होंगे निर्माण कार्य, महापर्व की तैयारी को लेकर प्रशासन का आदेश जारी

पटना। बिहार की राजधानी पटना में छठ महापर्व के अवसर पर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। पटना के जिला अधिकारी (डीएम) चंद्रशेखर सिंह ने एक आदेश जारी करते हुए 30 अक्टूबर से 8 नवंबर तक सभी नए निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। यह फैसला शहर में छठ पर्व के दौरान सुरक्षित और सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया गया है। इस आदेश के तहत, यदि कोई एजेंसी इस रोक का उल्लंघन करती है, तो संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, और थानाध्यक्ष के निर्देश पर उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सड़कों की मरम्मत के निर्देश
डीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि 2 नवंबर तक शहर की सभी सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाए ताकि छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी न हो। 5 नवंबर को नहाय-खाय से शुरू होने वाले छठ महापर्व की तैयारी के तहत, निर्माण एजेंसियों को समय पर सभी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने और यातायात में अवरोधों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे त्योहार के दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना और जाम की समस्या से बचा जा सकेगा। डीएम चंद्रशेखर सिंह के आदेश में बताया गया है कि पटना के शहरी क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं के तहत चल रहे निर्माण कार्यों के कारण सड़कों पर गड्ढे और यातायात में अवरोध की समस्या हो गई है। इसको देखते हुए, सड़कों की मरम्मत और यातायात प्रबंधन पर विशेष जोर दिया गया है।
बहुसदस्यीय समिति का गठन
डीएम ने छठ पूजा के अवसर पर शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए एक बहुसदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में पटना सदर के एसडीओ, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), पुलिस उपाधीक्षक (विधि-व्यवस्था), बीएसआरडीसीएल के उप महाप्रबंधक, पाटलिपुत्र अंचल के कार्यपालक अभियंता, और नगर निगम के सदस्य शामिल किए गए हैं। यह समिति छठ महापर्व के दौरान भीड़भाड़ वाले स्थानों, जैसे जेपी गंगा पथ, अशोक राजपथ, और अन्य महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात को नियंत्रण में रखने के लिए समर्पित रूप से कार्य करेगी।
घाटों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा
शहर के विभिन्न घाटों की वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के लिए 21 सेक्टर अधिकारियों की बैठक भी आयोजित की गई। सभी अधिकारियों ने अपने क्षेत्र में स्थित घाटों की स्थिति से अवगत कराया, और प्रशासन को छठ पूजा के अवसर पर सुरक्षा एवं सुविधा की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाने के लिए सुझाव दिए। अशोक राजपथ, दीघा, पटना सिटी, गांधी मैदान एवं अन्य मुख्य पथों पर गड्ढों की मरम्मत का आदेश दिया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
यातायात प्रबंधन पर विशेष जोर
छठ महापर्व के अवसर पर पटना में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, जिनमें से अधिकांश लोग विभिन्न घाटों पर स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न होना सामान्य है। इसे ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने शहर में गड्ढों की मरम्मत और सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर रखने के लिए एक अलग समिति गठित की गई है।
छठ पूजा के महत्व के मद्देनजर प्रशासन की सख्ती
छठ पूजा बिहार का एक प्रमुख पर्व है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस अवसर पर प्रशासनिक तैयारी बेहद जरूरी है, ताकि लोग बिना किसी रुकावट के पर्व के अनुष्ठानों को संपन्न कर सकें। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने सभी निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट कर दिया है कि वे त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य को रोक दें और सड़कों को बेहतर स्थिति में बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इस आदेश के तहत, निर्माण कार्य में लापरवाही या आदेश की अवहेलना करने पर संबंधित एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
