November 19, 2025

पटना पुलिस लाइन में सिपाही चालक ने की आत्महत्या, फांसी लगाकर दी जान

पटना। पटना पुलिस लाइन में तैनात चालक सिपाही अशोक कुमार सिंह की आत्महत्या की खबर से पूरे पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है। अशोक कुमार की लाश उनके क्वार्टर में फंदे से लटकी हुई मिली। यह घटना गुरुवार को प्रकाश में आई जब उनके बड़े बेटे अजीत कुमार सिंह ने कमरे में पिता को फांसी पर झूलते देखा। पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
2004 से पुलिस लाइन में रह रहे थे अशोक सिंह
अशोक कुमार सिंह साल 2004 से पटना पुलिस लाइन में रह रहे थे और चालक सिपाही के पद पर कार्यरत थे। वह अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन परिसर में ही रहते थे। उनके दो बेटे हैं – बड़ा बेटा अजीत कुमार सिंह, जिसकी हाल ही में शादी हुई थी, और छोटा बेटा रंजीत कुमार सिंह, जिसने प्रेम विवाह किया था। अशोक कुमार इस प्रेम विवाह से खुश नहीं थे और इसी को लेकर परिवार में कुछ समय से तनाव चल रहा था।
पारिवारिक कलह बन सकती है आत्महत्या की वजह
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक जांच में पारिवारिक विवाद को आत्महत्या की प्रमुख वजह माना जा रहा है। दो दिन पहले अशोक कुमार की पत्नी भी किसी बात को लेकर नाराज होकर मायके चली गई थीं। इस पारिवारिक कलह ने अशोक कुमार को मानसिक रूप से परेशान कर दिया था। उनके बेटे अजीत कुमार के अनुसार, पिता पिछले कुछ दिनों से चुपचाप रहते थे और ज्यादा किसी से बात नहीं करते थे।
एफएसएल टीम ने की जांच, रिपोर्ट का इंतजार
घटना की सूचना मिलते ही एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। टीम ने घटनास्थल से सबूत एकत्र किए हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम और एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण की पुष्टि हो सकेगी। हालांकि फिलहाल किसी साजिश या बाहरी हस्तक्षेप के संकेत नहीं मिले हैं।
पुलिस पदाधिकारियों ने लिया घटनास्थल का जायजा
घटना की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ-01) विधि व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि अशोक कुमार की आत्महत्या के पीछे पारिवारिक तनाव एक बड़ा कारण प्रतीत होता है। पुलिस हर दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।
परिवार में शोक की लहर, सहकर्मियों में भी दुख
अशोक कुमार की आत्महत्या की खबर से उनका पूरा परिवार सदमे में है। बेटे अजीत और रंजीत दोनों पिता के इस कदम से स्तब्ध हैं। वहीं पुलिस लाइन में रहने वाले अन्य सिपाहियों और अधिकारियों में भी गहरी निराशा है। वे अशोक सिंह को एक शांत स्वभाव के, जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में जानते थे। किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि वे ऐसा कदम उठा लेंगे। पटना पुलिस लाइन में सिपाही अशोक कुमार सिंह की आत्महत्या की घटना ने एक बार फिर यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह किस हद तक व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। पुलिसकर्मियों के जीवन में कार्य का दबाव, जिम्मेदारियां और पारिवारिक तनाव कई बार ऐसी स्थितियां पैदा कर देते हैं, जो अंततः आत्महत्या जैसे दुखद परिणाम तक पहुंच जाती हैं। इस घटना के बाद पुलिस विभाग को चाहिए कि वह अपने कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक स्थिति पर भी गंभीरता से ध्यान दे।

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