कांग्रेस प्रवक्ता बोले, ब्रह्मदेव मांझी की मौत हत्या है, लॉकडाउन के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार
पटना। बिहार कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि बेगूसराय के बेगम सराय गांव में हुई 45 वर्षीय ब्रह्मदेव मांझी की मौत हत्या की घटना है। मांझी की हत्या केंद्र और बिहार सरकारों ने मिलकर की है। ब्रह्मदेव मांझी ने भुखमरी से तंग आकर मंगलवार को खुदकुशी कर ली। बछवारा थाना क्षेत्र के बेगम सराय गांव निवासी ब्रह्मदेव मांझी ईंट भट्ठे पर काम करते थे।
उनके बेटे का आरोप है कि काम बंद होने की वजह से पूरा परिवार घोर आर्थिक संकट में चला गया था। कभी-कभार थोड़ा बहुत काम मिल जाता था, जिससे घर का पूरा खर्च चलाना मुश्किल था। पिछले 2 दिनों से घर में खाना का एक दाना नहीं था। ब्रह्मदेव मांझी के बेटे का कहना है कि उसके पिता पैसों का इंतजाम करने की बात कह कर घर से निकले थे और बाद में पता चला कि उन्होंने पेड़ से लटक कर खुदकुशी कर ली है।
श्री तिवारी ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार समेत बिहार के नीतीश कुमार की सरकार के झूठ का नतीजा है। दोनों सरकारें लगातार यह झूठ बोल रही है कि लॉकडाउन के दौरान बीपीएल परिवारों को मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि काम छूटने के बाद लाखों मजदूर परिवार दाने-दाने को मोहताज हैं। अगर सरकार का दावा सच मान लें तो फिर नीतीश कुमार की सरकार बेगूसराय के डीएम पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करे।


