बिहार कांग्रेस ने तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस किया जारी
पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने आज पार्टी के तीन नेताओं राज कुमार शर्मा (शेखपुरा), कुंदन गुप्ता (लखीसराय) और रामचंद्र पासवान (वैशाली) को पार्टी नीतियों और अनुशासन की गंभीर उल्लंघन के के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई पार्टी के निर्णयों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयानबाजी और प्रदर्शन के संबंध में की गई है। कार्यालय द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, 20 जून, 2025 को पार्टी मुख्यालय, सदाकत आश्रम में पार्टी के निर्णयों के विरुद्ध बैनर लगाए गए थे। इस दौरान इन नेताओं द्वारा मीडिया में बयान दिए गए और सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए, जिसे स्पष्ट रूप से पार्टी अनुशासन का उल्लंघन माना गया। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यालय सचिव द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस में कहा गया है कि बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने व्यक्तिगत स्तर पर इन नेताओं से बात करने और उनकी चिंताओं को समझने का प्रयास किया गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी गतिविधियों को जारी रखा। 1 जुलाई, 2025 को भी, उन्होंने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया और सार्वजनिक रूप से पार्टी के नीतियों की आलोचना की। नोटिस में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान का हवाला दिया गया है, जो स्पष्ट रूप से कहता है कि यदि कोई भी सदस्य पार्टी की नीति, कार्यक्रम या निर्णयों के खिलाफ जाकर धरना, प्रदर्शन कर सार्वजनिक रूप से पार्टी की या उसके पदस्थ व्यक्ति या व्यक्तियों की आलोचना करता है, तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने इस कृत्य को पार्टी के संविधान और अनुशासन का गंभीर उल्लंघन बताया है। तीनों नेताओं को नोटिस जारी होने की तारीख से तीन दिनों के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करने और यह बताने के लिए कहा गया है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी से निष्कासित क्यों न किया जाए? पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और किसी भी कीमत पर इससे समझौता नहीं किया जाएगा।


