October 28, 2025

सीट शेयरिंग से पहले महागठबंधन में घमासान, कांग्रेस का समझौते से इनकार, राजद ने वापस लिए कई उम्मीदवारों का सिंबल

  • सीट शेयरिंग का मामला फंसा: कमजोर सीटों पर लड़ने को कांग्रेस तैयार नहीं, तेजस्वी बोले- जल्द सब क्लियर होगा

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान तेज हो गई है। राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पा रही है। दोनों दल अपनी-अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटे हैं, जिसके चलते गठबंधन में दरार के संकेत मिल रहे हैं। सोमवार देर रात तक दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की हाईलेवल बैठकें चलीं, जबकि पटना में राजद ने अपने कुछ उम्मीदवारों को सिंबल सौंप दिया और कुछ से वापस भी ले लिया।
कांग्रेस ने सभी सीटों पर तैयारी शुरू की
कांग्रेस ने अपने नेताओं से बिहार की सभी 243 सीटों पर संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार करने को कहा है। इसका मतलब साफ है कि पार्टी अब किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहती है। पार्टी नेतृत्व का कहना है कि इस बार सीटों की संख्या नहीं, बल्कि उनकी “क्वालिटी” महत्वपूर्ण होगी। कांग्रेस ने यह भी संकेत दिया है कि वह कमजोर या कठिन सीटें नहीं लेगी, चाहे संख्या कम ही क्यों न हो।
लालू यादव ने सिंबल सौंपे, फिर कुछ प्रत्याशियों से वापस लिए
इधर पटना में सोमवार देर रात राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने 10 उम्मीदवारों को पार्टी सिंबल दिया। लेकिन महागठबंधन में दरार की खबरों के बीच रात में ही कई प्रत्याशियों से सिंबल वापस ले लिए गए। बताया जा रहा है कि ऐसा सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम समझौते से पहले जल्दबाजी में सिंबल देने के कारण हुआ। बेगूसराय के मटिहानी सीट से बोगो सिंह, भोजपुर के संदेश से दीपू यादव और परबत्ता से संजीव सिंह को सिंबल दिया गया था। संजीव सिंह पहले जदयू में थे और हाल ही में राजद में शामिल हुए हैं।
दिल्ली में कांग्रेस की हाईलेवल बैठक
दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर सोमवार देर रात बिहार कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में राहुल गांधी मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और सीट बंटवारे पर चर्चा की। करीब डेढ़ घंटे चली बातचीत के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला। बैठक के बाद नेताओं को दिल्ली में ही ठहरने का निर्देश दिया गया ताकि अगले दौर की बातचीत में तुरंत भाग लिया जा सके।
राजद और कांग्रेस के बीच सीटों पर खींचतान
सूत्रों के अनुसार, राजद कांग्रेस को 54 सीटें देने के पक्ष में है, जबकि कांग्रेस कम से कम 60 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है। राजद चाहती है कि गठबंधन के अन्य दलों को भी सम्मानजनक हिस्सेदारी मिले, जबकि कांग्रेस का कहना है कि उसके उम्मीदवारों की गुणवत्ता और संगठन की उपस्थिति के हिसाब से उसे पर्याप्त सीटें मिलनी चाहिए। यही कारण है कि अब तक समझौता नहीं हो सका है।
संभावित सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
राजनीतिक हलकों में जो फॉर्मूला सामने आ रहा है, उसके अनुसार राजद 145 से 147 सीटों पर, कांग्रेस 60 सीटों पर, वीआईपी पार्टी 12 सीटों पर और वामदलों को 29 सीटें दी जा सकती हैं। हालांकि यह फॉर्मूला अभी औपचारिक रूप से घोषित नहीं हुआ है। कांग्रेस का कहना है कि वह राजद से बराबरी के सम्मान की उम्मीद रखती है और सीटों की संख्या में असमानता स्वीकार नहीं करेगी।
सोशल मीडिया पर राजनीतिक तकरार
सीट बंटवारे की खींचतान सोशल मीडिया तक भी पहुंच गई। राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने एक शायरी ट्वीट की – “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय, टूटे से फिर न मिले, मिले गांठ परिजाय।” इस ट्वीट को गठबंधन में तनाव का प्रतीक माना जा रहा है। इसके जवाब में कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने लिखा – “शहर में आग है मगर राख में अब भी रूह है, कुछ लोग हैं जो मोहब्बत को जिंदा रखे हुए हैं।” यह ट्वीट दोनों दलों के बीच चल रहे मतभेद के बीच रिश्तों को बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी का अलग-अलग सफर
दिलचस्प बात यह रही कि सोमवार को दिल्ली से लौटते समय राजद नेता तेजस्वी यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी एक ही फ्लाइट से पटना पहुंचे, लेकिन एयरपोर्ट पर दोनों ने एक-दूसरे से दूरी बनाए रखी और अलग-अलग बाहर निकले। पत्रकारों से बात करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि गठबंधन में कोई नाराजगी नहीं है और दो दिनों में सीटों की घोषणा हो जाएगी। वहीं, तेजस्वी यादव ने भी कहा कि “सब कुछ ठीक है, बातचीत चल रही है, जल्द घोषणा होगी।”
राजद में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया तेज
राजद ने सीट बंटवारे पर विवाद के बावजूद अपने उम्मीदवारों को तय करना शुरू कर दिया है। राघोपुर सीट से तेजस्वी यादव का टिकट लगभग तय हो चुका है और वे 15 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे। लालू यादव लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और चुनावी रणनीति पर विचार कर रहे हैं। पार्टी का लक्ष्य है कि अधिकतम सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाए ताकि प्रचार की शुरुआत समय पर हो सके।
कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमिटी की बैठक आज
सीट बंटवारे की इस खींचतान के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को अपनी केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बिहार के प्रत्याशियों की सूची पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पहले चरण में उन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करेगी, जहां विवाद नहीं है। इसके बाद राजद से सहमति बनते ही शेष सीटों की घोषणा की जाएगी। महागठबंधन में सीटों को लेकर जारी खींचतान यह दर्शाती है कि चुनाव से पहले ही गठबंधन के भीतर भरोसे की डोर कमजोर पड़ने लगी है। कांग्रेस और राजद दोनों अपने राजनीतिक अस्तित्व और प्रभाव को बनाए रखना चाहते हैं। हालांकि दोनों दल यह भी जानते हैं कि अलग-अलग चुनाव लड़ना उनके लिए नुकसानदेह साबित होगा। इसलिए संभावना यही है कि आने वाले एक-दो दिनों में किसी न किसी रूप में समझौता हो जाएगा। लेकिन फिलहाल बिहार की राजनीति में महागठबंधन की इस आंतरिक जंग ने चुनावी माहौल को और ज्यादा रोचक बना दिया है।

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