प्रहलाद यादव को लेकर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा तथा मंत्री अशोक चौधरी के बीच टकराव, ललन सिंह के बयान के बाद शुरू हुआ खेल
पटना। आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विधायक दल के आहूत बैठक से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है।हालांकि इस खबर की अभी तक भाजपा तथा जदयू के द्वारा पुष्टि नहीं की जा रही है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक एनडीए विधायक दल के बैठक के दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तथा सीएम नीतीश कुमार के करीबी जदयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी के बीच लखीसराय के राजद विधायक प्रहलाद यादव को एनडीए के द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट देने को लेकर जमकर बहस हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों लखीसराय में आयोजित एक कार्यक्रम में जदयू के नंबर दो कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने स्पष्ट कहा था कि प्रहलाद यादव को जदयू सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं देगी। उन्होंने कहा था कि सूर्यगढ़ा के आतंक को टिकट नहीं मिलेगा।इशारा सीधे-सीधे प्रहलाद यादव पर था। जबकि 2024 के फरवरी में जब जदयू राजद तथा कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर वापस भाजपा के साथ सरकार बना रही थी।तब राजद की विधायक नीलम देवी, प्रहलाद यादव तथा चेतन आनंद एनडीए के खेमे में आकर सरकार को बचाने में अपनी भूमिका अदा किए थे। इस कारण प्रहलाद यादव को उम्मीद थी कि एनडीए से टिकट मिलेगी।लेकिन ललन सिंह के बयान आने के बाद आज मीटिंग में जब विजय कुमार सिन्हा तथा अशोक चौधरी के बीच इस मुद्दे को लेकर टकराव हुआ तो इस टकराव ने नई राजनीतिक कयासबाजी का रूप ले लिया। मिली जानकारी के अनुसार एनडीए विधायक दल की बैठक में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और मंत्री अशोक चौधरी के बीच जमकर कहा-सुनी हुई। ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यक्रम में स्थानीय विधायक को नहीं बुलाए जाने पर विजय सिन्हा ने अशोक चौधरी से नाराजगी जताई। विजय सिन्हा ने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन सिर्फ एक सहयोगी नहीं, बल्कि सभी सहयोगियों को करना होगा। इस दौरान विजय सिन्हा ने एनडीए की बैठक में प्रहलाद यादव का मामला भी उठाया।उन्होंने कहा कि प्रहलाद यादव ने सरकार बनाने में समर्थन दिया था और इसकी जानकारी शीर्ष नेताओं को पहले से थी।


