बिहार जातीय गणना: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में डाटा एंट्री का काम पूरा, जल्द वेबसाइट पर जारी होंगे आंकड़े

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल जाति आधारित गणना का दूसरा चरण समाप्त होने को है। बिहार में जाति गणना की डाटा एंट्री का काम पूरा किया जा चुका है। इसके बाद अब इन इकट्ठा की गई जानकारी को बिहार जाति आधारित गणना ऐप पर अपलोड कर दिया गया है। समान्य प्रशासन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में जाति आधारित गणना के दूसरे चरण में एकत्रित की गई जानकारी को बीजागा एप पर अपलोड कर दिया गया है। इसके बाद अब इन आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा इसके लिए बेल्ट्रॉन के विशेषज्ञों की सेवा ली जाएगी। इसको लेकर बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने जाति आधारित गणना से जुड़े कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की है और कई जरूरी निर्देश भी दिए हैं। जातीय जनगणना में पटना जिले में 13 लाख 69 हजार से अधिक परिवार चिन्हित हुए हैं। पहले चरण की गणना के मुताबिक पटना जिले में की जनसंख्या 73 लाख 52 हजार 729 है। आधार पर दूसरे चरण की गणना मोबाइल एप से की गई है। जिसमें कुल 17 तरह की जानकारी ली गई है। पटना जिले में 3532 ऐसे परिवार हैं,जिनका कोई स्थाई निवास नहीं है। बिहार में जातिगत गणना का काम जनवरी 2023 में शुरू हुआ था। जनवरी महीने में पहला चरण होने के बाद, अप्रैल में दूसरा चरण आयोजित किया गया। इस बीच पटना हाईकोर्ट ने गणना पर अस्थायी रोक भी लगाई। हालांकि, बाद में रोक हट गई और अब तेजी से इस पर काम चल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सरकार जातिगत गणना के आंकड़े सार्वजनिक करेगी।

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