प्रदेश में पछुआ हवाओं से ठंड ने दी दस्तक, कई जगहों पर सुबह में कोहरा, पटना में गिरा तापमान
पटना। बिहार में मौसम का मिजाज अब पूरी तरह बदलने लगा है। पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से राज्य के कई हिस्सों में ठंड की दस्तक महसूस की जा रही है। गुरुवार को राजधानी पटना सहित 13 जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह और शाम हल्की सिहरन के साथ दिन के समय हल्की धूप ने मौसम को सुहाना बना दिया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा, जबकि फिलहाल तापमान सामान्य दायरे में रहेगा।
पछुआ हवाओं ने बदला मौसम का रुख
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही पछुआ हवाओं ने बिहार में ठंड का प्रारंभिक असर दिखाना शुरू कर दिया है। इन हवाओं की गति मध्यम है, जो दिन में सुखद और रात में ठंडी हवा का अहसास करा रही हैं। गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 1 डिग्री कम है। वहीं, मोतिहारी 34.5 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे गर्म जिला रहा। राज्य के अन्य जिलों जैसे गया, दरभंगा, भागलपुर, सिवान और पूर्णिया में भी तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई। गया में अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पूर्णिया में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
सुबह के कोहरे ने बढ़ाई ठंडक
पटना और उसके आसपास के इलाकों में गुरुवार की सुबह हल्के कोहरे की चादर छाई रही। कई जगहों पर दृश्यता 800 से 1000 मीटर तक सीमित रही, जिससे सुबह के वक्त यातायात की गति धीमी पड़ गई। पूर्णिया और किशनगंज जैसे तराई क्षेत्रों में कोहरा थोड़ा घना था, जिसके कारण विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर तक पहुंच गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह कोहरा हल्के से मध्यम स्तर का है और आने वाले कुछ दिनों तक सुबह के समय जारी रहेगा। इसका कारण हवा में मौजूद नमी और रात में तापमान का गिरना है। जैसे-जैसे दिन में धूप निकलती है, कोहरा धीरे-धीरे छंट जाता है और मौसम सामान्य हो जाता है।
नवंबर की नरम सर्दी और गुनगुनी धूप
नवंबर का महीना बिहार में मौसम परिवर्तन का दौर माना जाता है। इस समय न तो कड़ाके की ठंड होती है और न ही उमस। सुबह-शाम हल्की ठंड और दिन में गुनगुनी धूप लोगों को राहत देती है। यही वजह है कि लोग अब हल्के गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। गांवों में लोग अलाव जलाकर सुबह और शाम समय बिताते नजर आने लगे हैं। वहीं, शहरों में पार्कों और सड़कों पर सुबह की सैर करने वालों की संख्या बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 3 से 4 दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, जबकि न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट जारी रहेगी।
ला-नीना का असर कमजोर, फिलहाल नहीं पड़ेगी कड़ाके की ठंड
भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि इस बार ला-नीना का प्रभाव कमजोर पड़ा है, जिसके कारण तापमान में तेजी से गिरावट की संभावना कम है। हालांकि रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की कमी देखी जा सकती है, लेकिन फिलहाल कड़ाके की ठंड से राहत बनी रहेगी। पूर्वानुमान के अनुसार, नवंबर के मध्य तक अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। दिसंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह से ठंड का असर अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
दिसंबर से गिरेगा पारा, जनवरी में बढ़ेगी ठिठुरन
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, दिसंबर के मध्य से तापमान में तेज गिरावट दर्ज होने की संभावना है। रात के समय न्यूनतम तापमान कई बार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। जनवरी के दूसरे पखवाड़े में पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क सकता है, जिससे राज्य के उत्तरी और मध्य इलाकों में ठिठुरन भरे दिन देखने को मिलेंगे। खासकर ग्रामीण इलाकों में खुले वातावरण और नमी के कारण सर्दी का असर शहरों की तुलना में ज्यादा महसूस होगा। खेतों में सुबह की ओस और पेड़ों पर जमी धुंध इस मौसम के आगमन की पहचान बन चुकी है।
यात्रियों को सतर्कता की सलाह
सुबह के समय कोहरे और कम दृश्यता के कारण वाहन चालकों और यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। विभाग ने कहा है कि 500 से 800 मीटर की दृश्यता के दौरान वाहन की गति नियंत्रित रखें और हेडलाइट्स का इस्तेमाल करें। रेल और हवाई यातायात पर भी हल्का असर पड़ सकता है, हालांकि अभी तक किसी बड़ी देरी की सूचना नहीं मिली है।
मौसम का बदलता रंग और लोगों की तैयारी
ठंड की शुरुआती दस्तक के साथ ही बिहार में सर्दियों की तैयारी शुरू हो गई है। बाजारों में गर्म कपड़ों की खरीदारी बढ़ गई है। चाय और गरम पकवानों की दुकानों पर भीड़ बढ़ने लगी है। ग्रामीण इलाकों में शाम ढलते ही लोग घरों के बाहर अलाव जलाकर बैठने लगे हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल यह हल्की सर्दी लोगों के लिए सुखद है, लेकिन दिसंबर के अंत तक ठंड का प्रभाव बढ़ेगा। फिलहाल बिहार में मौसम सुहाना और आरामदायक बना हुआ है। पछुआ हवाओं की रफ्तार और सुबह के कोहरे ने ठंड की शुरुआती झलक दिखा दी है। आने वाले हफ्तों में तापमान धीरे-धीरे गिरेगा और दिसंबर से असली सर्दी की शुरुआत होगी। इस समय का मौसम न केवल किसानों के लिए अनुकूल है बल्कि आम लोगों के लिए भी राहत भरा है। हालांकि, जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिहाज से सावधान रहना जरूरी होगा। बिहार अब धीरे-धीरे ठिठुरन भरे मौसम की ओर बढ़ रहा है, जहां हर सुबह ओस और हर शाम अलाव की गर्माहट का एहसास साथ रहेगा।


