प्रदेश में कोल्ड-डे का कहर: मनाली से ठंडा हुआ गया, चार डिग्री तापमान, अलर्ट जारी
पटना। बिहार में इस समय कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। पटना सहित पूरे प्रदेश में शीत दिवस यानी कोल्ड-डे की स्थिति बनी हुई है। ठंडी पछुआ हवा, धूप की कमी और घने कोहरे के कारण हालात दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रहे हैं। सोमवार को गया का तापमान गिरकर 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश के प्रसिद्ध ठंडे पर्यटन स्थल मनाली के तापमान के बराबर दर्ज किया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार में इस बार ठंड कितनी तीव्र हो गई है।
गया और राजगीर में रिकॉर्ड तोड़ ठंड
बीते 24 घंटे के दौरान बिहार के कई जिलों में तापमान असामान्य रूप से नीचे चला गया। गया में जहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं राजगीर 6.6 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। चार जिलों का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। दिन और रात के तापमान में बहुत अधिक अंतर नहीं होने के कारण पूरे दिन कनकनी महसूस की जा रही है।
पटना समेत कई जिलों में घना कोहरा
मंगलवार की सुबह पटना, जहानाबाद, भागलपुर, जमुई, दरभंगा, खगड़िया, बक्सर समेत करीब 20 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम रिकॉर्ड की गई। राजधानी पटना में सुबह 6 बजे के आसपास ऐसा नजारा था मानो रात अभी खत्म ही नहीं हुई हो। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए और आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग का अलर्ट और चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र ने आज सात जिलों में सुबह और देर रात घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा पांच जिलों में कोल्ड-डे को लेकर ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। पटना में भी शीत दिवस को लेकर विशेष चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा और ठंडी हवाओं का असर बना रहेगा। दिन में धूप निकलने की संभावना बेहद कम है, जिससे ठंड से राहत मिलने के आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे हैं।
ठंड बढ़ने के पीछे वैज्ञानिक कारण
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वायुमंडल के ऊपरी हिस्से में, करीब 9 से 16 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय जेट स्ट्रीम के कारण ठंडी हवा सीधे मैदानी इलाकों तक पहुंच रही है। इसी वजह से बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले दो से तीन दिनों से राज्य के अधिकांश हिस्सों में धूप नहीं निकल पाई है, जिससे अधिकतम तापमान भी सामान्य से काफी नीचे चला गया है।
रेल यातायात पर कोहरे का असर
घने कोहरे और ठंड का सबसे अधिक असर रेल यातायात पर देखने को मिल रहा है। राजधानी एक्सप्रेस जैसी तेज रफ्तार ट्रेनें भी अपनी गति खो चुकी हैं। 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस कानपुर-दिल्ली सेक्शन में करीब 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है। पटना से खुलने और गुजरने वाली चार राजधानी एक्सप्रेस 1 से 10 घंटे की देरी से चल रही हैं। इसके अलावा सामान्य एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनें भी 1 से 6 घंटे तक लेट हो रही हैं, जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर ठंड में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
हवाई सेवाएं भी प्रभावित
खराब मौसम का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा है। सोमवार को पटना एयरपोर्ट पर 38 उड़ानों में देरी दर्ज की गई। ये फ्लाइटें एक से ढाई घंटे की देरी से आईं और गईं। निर्धारित समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा, जिससे हवाई अड्डे पर भीड़ की स्थिति बनी रही।
जिलों में अलग-अलग हालात
बांका जिले में भीषण ठंड और घने कोहरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। यहां सुबह से विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम दर्ज की गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर प्रशासन की ओर से चौक-चौराहों पर अलाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे राहगीरों और मजदूरों को ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है। मुजफ्फरपुर में भी सर्दी का प्रभाव लगातार बना हुआ है। घना कोहरा और ठंडी हवा के कारण जनजीवन प्रभावित है, हालांकि दिन में हल्की धूप निकलने से कुछ राहत की उम्मीद जताई जा रही है। किशनगंज में मंगलवार को तापमान करीब 15 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन कोहरा इतना घना है कि सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। खगड़िया में सोमवार रात से ही कोहरा छाया हुआ है और विजिबिलिटी 15 मीटर से भी कम बताई जा रही है। मधेपुरा में कुहासा थोड़ा कम जरूर है, लेकिन पछुआ हवा के कारण ठंड बढ़ गई है। बेगूसराय में भी घना कोहरा छाया हुआ है और कई इलाकों में विजिबिलिटी लगभग शून्य की स्थिति में पहुंच गई है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को ठंड और कोहरे को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर सुबह और रात के समय यात्रा से बचने, गर्म कपड़े पहनने और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी ठंड के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरतने को कहा है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने 27 दिसंबर तक चेतावनी जारी की है। इस दौरान राज्य के अधिकांश जिलों में घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति बनी रहने की संभावना है। अगले तीन से चार दिनों तक ठंड से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। ऐसे में बिहार के लोगों को अभी और कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहना होगा।


