पटना में कड़ाके की ठंड ने बनाया नया रिकॉर्ड; कोल्ड-डे से कनकनी बढ़ी, अभी और गिरेगा पारा

पटना। राजधानी समेत पूरा प्रदेश भीषण ठंड और शीत लहर की चपेट में है। ठंड ने अपने पुराने सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया है। गुरुवार को ठंड ने नया कीर्तिमान बनाया। पिछले 64 सालों में इतनी ठंड कभी नहीं रही। अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस तिथि को अब तक का सबसे कम तापमान है। अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में थोड़ी और गिरावट आएगी। प्रदेश में अभी और ठंड बढ़ने के आसार बताए जा रहे हैं। बीते तीन दिनों से सूरज का दर्शन भी लोगों को दुर्लभ हो गया है। इसके कारण लोगों के जनजीवन पर प्रभाव पड़ा है। ठंड के कारण स्कूलें बंद होने के साथ मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ पहले की तुलना में कम हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक घने कोहरे की चादर में प्रदेश लिपटा रहेगा वही अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच से आठ डिग्री गिरावट के साथ उत्तर पूर्व भागों को छोड़कर राजधानी समेत प्रदेश के 32 जिलों में दो दिनों तक कोल्ड डे यानी सर्द दिन बने रहने की संभावना है।
पटना में लगातार गिर रहा तापमान
गुरुवार को राजधानी के अधिकतम तापमान में सामान्य से आठ डिग्री की गिरावट के साथ 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानी राजेश कुमार के अनुसार दूसरे दिन भी पटना के अधिकतम तापमान में सामान्य से आठ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री की गिरावट के साथ 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। गुरुवार को 7.0 डिग्री सेल्सियस के साथ फारबिसगंज सबसे ठंडा रहा। प्रदेश के पूर्णिया, सबौर, मोतिहारी व डेहरी में गुरुवार को कोल्ड डे यानी सर्द दिन रहा। वही मध्य भारत में बने कम दबाव का क्षेत्र, उत्तर पछुआ हवा की मंद गति व आर्द्रता अधिक होने के कारण मौसम का मिजाज लगातार बिगड़ते जा रहा है। पूरे प्रदेश में कमोबेश कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तर पूर्व जिलों को छोड़कर राजधानी समेत प्रदेश के शेष जिलों के एक या दो स्थानों पर अगले दो दिनों तक कोल्ड डे बने रहने की संभावना है।

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