पटना में उत्कर्ष फाइनेंस के सीओ की संदिग्ध हालत में मौत, शव मिलने से सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

पटना। राजधानी पटना के नजदीकी क्षेत्र बाढ़ में बुधवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। उत्कर्ष फाइनेंस कंपनी में कार्यरत सीओ विकास कुमार का शव संदिग्ध हालात में बरामद हुआ। अचानक हुई इस मौत ने न केवल उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है बल्कि स्थानीय लोगों और सहयोगियों के बीच भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहन जांच में जुटी है। यह मामला बाढ़ अनुमंडल के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, उत्कर्ष फाइनेंस के सीओ विकास कुमार अपने अन्य साथी कर्मचारियों के साथ कार्यस्थल के पास रह रहे थे। मंगलवार की रात सभी कर्मचारियों ने एक साथ भोजन किया और फिर अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। सुबह जब बाकी कर्मचारी उठे तो उन्होंने विकास कुमार को जगाने की कोशिश की। बार-बार आवाज देने और दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब विकास नहीं उठे, तो उनके साथियों को आशंका हुई। सहकर्मियों ने तुरंत विकास कुमार को उठाकर पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बख्तियारपुर ले जाया गया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने जांच के बाद विकास को मृत घोषित कर दिया। यह खबर मिलते ही पूरे कार्यालय और स्थानीय इलाके में अफरातफरी मच गई। सभी लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति की अचानक मौत कैसे हो गई। घटना की सूचना मिलते ही बख्तियारपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारण का पता चल सकेगा। हालांकि शुरुआती तौर पर यह मामला संदिग्ध नजर आ रहा है, इसलिए पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है। विकास कुमार के निधन की खबर सुनते ही उनके सहयोगी और रिश्तेदार स्तब्ध रह गए। सहयोगियों का कहना है कि पिछली रात तक विकास बिल्कुल सामान्य थे और उनके व्यवहार में किसी तरह की परेशानी झलकती नहीं थी। वहीं, विकास के परिजन यह सुनकर बुरी तरह टूट गए हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे लगातार इस सवाल से जूझ रहे हैं कि आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ जिसने उनकी जिंदगी छीन ली। विकास कुमार मूल रूप से नालंदा जिले के नगर नौसा के रहने वाले थे। अपने पेशेवर जीवन में वे उत्कर्ष फाइनेंस कंपनी से जुड़े हुए थे और कंपनी में सीओ के पद पर कार्यरत थे। उनकी मेहनत और व्यवहार के कारण वे अपने साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच सम्मानित माने जाते थे। अचानक हुई इस घटना ने नालंदा और पटना दोनों ही क्षेत्रों में लोगों को गहरी हैरानी में डाल दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह से विकास कुमार की मौत हुई है, उससे पूरे इलाके में भय और आशंका का माहौल है। लोग अलग-अलग तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह प्राकृतिक मौत हो सकती है, जबकि कुछ अन्य इसे किसी साजिश का नतीजा मान रहे हैं। पुलिस फिलहाल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है और हर संभावना की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। इसके अलावा कर्मचारियों और मृतक के परिवार से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि विकास कुमार को पहले से कोई बीमारी थी या नहीं। साथ ही, उनके निजी जीवन से जुड़े पहलुओं पर भी नजर डाली जा रही है ताकि मौत की गुत्थी सुलझ सके। विकास कुमार की संदिग्ध मौत ने एक बार फिर इस बात को सामने ला दिया है कि अचानक होने वाली घटनाएं किस तरह पूरे परिवार और समाज को झकझोर देती हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह मौत बीमारी की वजह से हुई है या इसके पीछे कोई और कारण छिपा हुआ है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी। तब तक उनके परिजनों और सहयोगियों को केवल इंतजार ही करना होगा।
