September 13, 2025

मध्य प्रदेश के सीएम के हॉट बैलून में लगी, सुरक्षाकर्मियों ने बचाया, टला बड़ा हादसा

मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। शनिवार सुबह राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव हॉट बैलून की सवारी करने पहुंचे थे। लेकिन हवा की रफ्तार ज्यादा होने के कारण बैलून उड़ नहीं सका और उसमें आग लग गई। गनीमत रही कि सुरक्षाकर्मियों की सजगता से बड़ा हादसा टल गया और किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सीएम मोहन यादव को सुरक्षित बाहर निकाला और आग पर काबू पाया।
घटना की विस्तृत जानकारी
यह घटना मंदसौर जिले के गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसॉर्ट में हुई। मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार की रात यहीं रुकने के लिए पहुंचे थे। शनिवार सुबह वे हॉट बैलून की सवारी करने निकले थे। बताया जा रहा है कि मौसम में हवा की गति तेज थी, जिससे बैलून उड़ान नहीं भर सका। इसी दौरान बैलून में आग लग गई। आग लगते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए सीएम को सुरक्षित बाहर निकाला। साथ ही आग पर काबू पाने के लिए तुरंत पानी और अग्निशमन उपकरण का उपयोग किया गया। अधिकारियों ने बताया कि समय रहते कार्रवाई करने से बड़ा हादसा टल गया और किसी को चोट नहीं आई।
सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से बची जान
घटना के दौरान सुरक्षाकर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। उन्होंने मौके पर बिना घबराए स्थिति को संभाला। पहले उन्होंने सीएम मोहन यादव को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और फिर आग बुझाने की कोशिश की। आग पर नियंत्रण पाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बैलून की पूरी जांच की ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। प्रशासन ने मौके पर मौजूद लोगों से भी सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की।
सीएम मोहन यादव की यात्रा का उद्देश्य
मुख्यमंत्री मोहन यादव मंदसौर जिले के गांधीसागर क्षेत्र में जल संरक्षण और पर्यटन विकास से जुड़ी योजनाओं का निरीक्षण करने पहुंचे थे। शुक्रवार को उन्होंने गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि “जल ही जीवन है और जल से ही जीवन का यौवन है।” उन्होंने कहा कि जल से जुड़ी पर्यटन गतिविधियों का विकास करना सरकार का मुख्य लक्ष्य है। साथ ही उन्होंने क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान देने की बात कही। यह भी बताया गया कि पर्यटन के क्षेत्र में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलें, इसके लिए सरकार प्रयासरत है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल और सतर्कता की जरूरत
घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठे हैं। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते कार्रवाई की, लेकिन इस घटना ने यह साफ कर दिया कि किसी भी कार्यक्रम में सुरक्षा मानकों का पूरा पालन करना जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे आयोजनों में मौसम की स्थिति और तकनीकी उपकरणों की बार-बार जांच की जानी चाहिए। साथ ही प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती भी जरूरी है ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद की जा सके। मध्य प्रदेश में हुई यह घटना भले ही एक बड़े हादसे में बदल सकती थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की सजगता ने इसे टाल दिया। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सुरक्षित वापसी ने सबको राहत दी। इसके साथ ही यह घटना पर्यटन और साहसिक खेलों से जुड़ी गतिविधियों में सुरक्षा मानकों की महत्ता को भी उजागर करती है। मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण और पर्यटन विकास की दिशा में सरकार की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्षेत्रीय विकास की बात कही। अब प्रशासन की जिम्मेदारी है कि ऐसे आयोजनों में सुरक्षा के हर पहलू का ध्यान रखते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव सुनिश्चित किया जाए।

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