सासाराम के समाज सुधार अभियान में CM नीतीश ने कही बड़ी बात, बोले- अगर पीना है शराब तो मत…आइये…बिहार
सासाराम। अपने समाज सुधार अभियान कार्यक्रम के तहत तीसरे चरण में आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सासाराम पहुंच गए हैं। अभियान का आज तीसरा दिन है। यह कार्यक्रम सासाराम के फजलगंज स्थित न्यू स्टेडियम में हो रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। सबसे पहले नीतीश कुमार ने मोतिहारी में संबोधित किया था और यहीं से अभियान की शुरुआत की थी। सीएम नीतीश ने महात्मा गांधी के विचारों के माध्यम से लोगों को शराबबंदी के फायदे बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई के समय भी बापू ने कहा था कि शराब सिर्फ पैसा ही नहीं बुद्धि भी नष्ट कर देता है। घर में सब लोगों को बता दीजिये कि शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। बापू कहते थे कि अगर एक घंटा के लिए हम तानाशाह बनेंगे तो सब शराब का दुकान बंद कर देंगे।

साथ ही सख्त निर्देश भी दे रहे हैं। सीएम नीतीश ने साफ़ तौर पर कहा कि बिहार में किसी को भी शराब पीने की इजाज़त हम नहीं देंगे। दारू पीना है तो बिहार मत आइये। सीएम नीतीश ने WHO की रिपोर्ट का हवाला देते हुए शराब पीने के नुकसान को भी बताया। आत्महत्या करने वालों में 18 प्रतिशत लोग शराबी होते हैं। शराब पीकर दुनिया भर में 27 प्रतिशत दुर्घटना होती है। अगर लंबा जीना है तो शराब को छूना भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाकर 2017 में मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरुक किया। दहेज प्रथा पर रोक और बाल विवाह प्रतिबंध पर 2018 में मानव श्रृंखला बना जागरुक किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहरीली शराब पीने से 44 लोगों की मौत हुई। जिसके बाद शराबबंदी कानून को सख्ती से पालन करने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से बिहार में लगातार काम कर रहा 16 वर्षों में बच्चों की पढ़ाई स्वास्थ्य समाज में बेहतरी के लिए कार्य किया गया है। हम सेवा में विश्वास करते हैं समाज सुधार अभियान इसी कड़ी में है। 2015 में बिहार की महिलाओं ने शराब बंदी की मांग की थी। जिसके बाद 26 नवंबर 2015 को इसे बंद किया गया। शराबबंदी के बाद दो करोड़ पर्यटक आए हैं। जो पहले की तुलना में काफी अधिक है। इसके पहले मोतिहारी और गोपालगंज में भी उन्होंने इसपर लोगों के बीच चर्चा की थी। गोपालगंज से ही इस अभियान की शुरुआत की गई थी। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कई कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप समेत अन्य मंत्री मौके पर मौजूद हैं।

