सीएम नीतीश ने कमजोर वर्गोे के हित में नहीं बनाई कोई योजना बल्कि भ्रष्टाचार को दिया बढ़ावा : राजद

पटना। गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ट्विटर ब्वाय हैं, जबकि कोरोना काल में मार्च से मई महीने तक बिहारवासी मजदूर देश के विभिन्न राज्यों में काम करने वाले मजदूर भूखे-प्यासे तड़प रहे थे। लेकिन बिहार सरकार ने उन मजदूरों के साथ अन्याय किया, उन्हें अपने भाग्य भरोसे छोड़ दिया गया। इस क्रम में कई मजदूरों की जान चली गई। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के क्रम में दूसरे राज्यों से आने वाले बिहारी मजदूरों को काम देने का वादा किया था, लेकिन सिरफिरे साबित हुए। उक्त बातें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा।
श्री सिंह ने कहा कि हालात ऐसी हो गई कि लॉकडाउन के क्रम में जो बिहारी मजदूर दूसरे राज्यों से वापस आए थे, बिहार में काम नहीं मिलने के कारण देश के विभिन्न राज्यों में जीवन यापन के लिए वापस जा रहे हैं। उन्होंनें यह भी कहा कि समय रहते कोरोना की जांच कराई जाती तो आज जो स्थिति पैदा हो गई है कि उससे बचा जा सकता था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने शासनकाल में मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों और समाज के कमजोर वर्गोे के हित में कोई योजना नहीं बनाई बल्कि बिहार में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। जगदानन्द सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ज्वलंत समस्याओं का निदान करने कि घोषणा नहीं कर तेजस्वी यादव को ट्वीटर ब्वाय कह कर बिहार और बिहारवासियों को अपमानित किया।
संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधान पार्षद पे्रम कुमार मणि, प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, महासचिव मदन शर्मा, निर्भय अम्बेडकर, निराला यादव, डॉ. प्रेम कुमार गुप्ता उपस्थित थे।

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