बिहार वन महोत्सव पर मुख्यमंत्री ने पौधारोपण अभियान का किया शुभारंभ, सीएम आवास में लगाए पौधे

पटना। बिहार सरकार ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और सराहनीय पहल की है। पूरे राज्य में वन महोत्सव के अवसर पर पौधारोपण अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान की शुरुआत खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास से की, जहां उन्होंने विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। इस अवसर पर सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रीगण भी मौजूद थे।
वन महोत्सव का उद्देश्य
वन महोत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना और अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना है। यह अभियान हर साल आयोजित किया जाता है, लेकिन इस वर्ष यह अधिक व्यापक और संगठित रूप में शुरू हुआ है। पौधे लगाना केवल एक रस्म नहीं बल्कि पृथ्वी को बचाने की एक जरूरी पहल है। वनों की कटाई, बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की गंभीरता को देखते हुए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अभियान का शुभारंभ करते हुए खुद अपने आवास में पौधा लगाया। इसके माध्यम से उन्होंने एक संदेश दिया कि हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण के इस प्रयास में भाग लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केवल पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनकी देखभाल करना भी हमारी जिम्मेदारी है।
वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री के साथ-साथ दोनों उपमुख्यमंत्री — सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा — भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने भी पौधारोपण किया। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। यह संयुक्त भागीदारी यह दर्शाती है कि सरकार इस अभियान को गंभीरता से ले रही है और इसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनभागीदारी की अपील
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे भी अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाएं और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लें। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल सरकारी स्तर तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के हर वर्ग को इसमें सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। जब तक आम जनता की भागीदारी नहीं होगी, तब तक ऐसे प्रयास पूर्ण रूप से सफल नहीं हो सकते।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ठोस कदम
इस पौधारोपण अभियान को केवल औपचारिक कार्यक्रम समझना भूल होगी। यह वास्तव में एक गहरी सोच और भविष्य के प्रति चिंता को दर्शाता है। तेजी से कटते जंगल, घटते जल स्रोत और बिगड़ती जलवायु परिस्थितियों के बीच, ऐसे अभियान हमें हमारी ज़िम्मेदारी का एहसास कराते हैं। पेड़ न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि यह जैव विविधता को संरक्षित रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। बिहार सरकार द्वारा वन महोत्सव के अवसर पर शुरू किया गया यह राज्यव्यापी पौधारोपण अभियान निश्चित ही एक सकारात्मक और प्रेरणादायक कदम है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस पहल से आमजन को यह संदेश मिलता है कि पर्यावरण संरक्षण किसी एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हम सभी की साझी जिम्मेदारी है। अब जरूरत है कि हम भी इस पहल से प्रेरणा लें और अपने आस-पास हरियाली बढ़ाने में योगदान दें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।
