मुंगेर में आज मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करेंगे मुख्यमंत्री: तेजस्वी समेत कई मंत्री रहेंगे मौजूद, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मुंगेर। सीएम नीतीश कुमार आज को मुंगेर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का शिलान्यास करने पहुंचे रहे हैं। इनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह रहेंगे। मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास के साथ ही सदर अस्पताल में बनकर तैयार 100 बेड का प्री-फेब्रिकेटेड हॉस्पिटल तथा 32 बेड का पीकू वार्ड (पेड्रिएटिक इंटेंसिव केयर यूनिट) का भी शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री की जनसभा संदलपुर में होगी। मंच और पंडाल बनाने का काम पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को उतारने के लिए आरडी एंड डीजे कॉलेज में हेलीपैड बनाया गया है। मुख्यमंत्री का संभावित कार्यक्रम 12 बजे रखा गया है। आरडी एंड डीजे कॉलेज में बने हैलीपैड पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और सांसद सीधा संदलपुर स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। इसकी तैयारी में जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसे में क्षेत्रीय सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और जमालपुर विधायक अजय सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन से एक दिन पूर्व कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। इसको लेकर ललन सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल निर्माण होने से न सिर्फ मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलेग, बल्कि रोजगार के साथ ही आर्थिक उन्नती भी होगी। वही जमालपुर विधायक ने कहा उनके रीजन में उनके विधान सभा क्षेत्र में सीएम और डिप्टी सीएम के द्वारा मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया जा रहा है यह गर्व की बात है। उधर, इससे पहले जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब लखीसराय आए थे तो उन्होंने कहा था कि मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज भाजपा के साथ गठबंधन सरकार की देन हैं। इसको लेकर केंद्र ने बिहार सरकार का काफी मदद किया है। केंद्र सरकार की नजर हमेशा मुंगेर पर बनी रहती है। हालांकि, बाद में इसका पलटवार करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुंगेर सांसद ललन सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने श्री शाह को चुनौती दी है कि साबित कीजिए कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का एक रुपया भी लगा है। कहा कि मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार की योजना का प्रतिफल है और इसमें शत प्रतिशत राज्य सरकार का पैसा लगा है।

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