मुख्यमंत्री ने बुलाई कैबिनेट की बैठक, सरकारी कर्मियों को मिलेगा दिवाली गिफ्ट, पास होंगे कई प्रस्ताव

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज शाम को एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक होने जा रही है, जिसमें राज्य के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। दिवाली और छठ के त्योहारों से पहले सरकार अपने कर्मियों को एक बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। इस बैठक में महंगाई भत्ते (डीए) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की जा सकती है, जिससे सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को सीधा फायदा होगा। फिलहाल, बिहार में सरकारी कर्मचारियों को 49 प्रतिशत डीए मिल रहा है, और इस प्रस्तावित वृद्धि के बाद यह दर 53 प्रतिशत हो जाएगी। यह बढ़ोतरी उन कर्मचारियों और पेंशनधारियों पर लागू होगी जो सातवें वेतनमान के अंतर्गत आते हैं। राज्य में सातवें वेतनमान के तहत करीब 5 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें शिक्षकों की संख्या भी लगभग 5 लाख है। इसके अतिरिक्त, पेंशनधारियों की संख्या भी लगभग 4 लाख है, जो इस बढ़ोतरी का लाभ उठाएंगे। बढ़े हुए डीए का लाभ 1 जुलाई 2024 से दिया जाएगा, और कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों का एरियर भी मिलेगा। सरकार हर साल दो बार डीए में बढ़ोतरी करती है—एक बार 1 जनवरी से और दूसरी बार 1 जुलाई से, ताकि महंगाई के प्रभाव से कर्मचारियों को राहत दी जा सके। यह नीति केंद्र और राज्य दोनों ही स्तरों पर अपनाई जाती है। इस संदर्भ में केंद्र सरकार का कदम भी महत्वपूर्ण है। हाल ही में, 16 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी, जिसमें केंद्र सरकार ने भी 3 प्रतिशत डीए बढ़ाने का निर्णय लिया था। इस फैसले से केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारियों को लाभ मिलेगा। बिहार सरकार के इस कदम को केंद्र की इस नीति के अनुरूप माना जा रहा है, जो राज्य कर्मचारियों के लिए आर्थिक रूप से राहत देने वाला साबित होगा। बिहार सरकार के इस फैसले से करीब 14 लाख सरकारी कर्मचारियों, पेंशनधारियों और शिक्षकों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचेगा। यह बढ़ोतरी न केवल उन्हें त्योहारों से पहले आर्थिक रूप से मदद करेगी, बल्कि महंगाई के बढ़ते बोझ से भी कुछ राहत दिलाएगी। सरकारी कर्मियों और पेंशनरों के लिए डीए में बढ़ोतरी एक नियमित प्रक्रिया है, लेकिन त्योहारों के समय इसका लाभ मिलना एक खास तोहफे के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ ही, इस कैबिनेट बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी विचार किया जा सकता है, जो राज्य के विकास और प्रशासनिक सुधारों से संबंधित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार अक्सर ऐसे निर्णय लेती रही है, जो कर्मचारियों और जनता के हित में होते हैं। इस बार भी, सरकार ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए इस तरह का बड़ा फैसला लेने का संकेत दिया है। बिहार में महंगाई दर और अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह डीए बढ़ोतरी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए निश्चित रूप से राहत लेकर आएगी। सरकारी कर्मियों को मिलने वाला एरियर भी एक बड़ी राशि हो सकती है, जो उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करेगा। अंततः, यह बैठक बिहार के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, क्योंकि इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि त्योहारों के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। सरकार द्वारा महंगाई के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए यह कदम स्वागत योग्य है, और इससे राज्य में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
