पटना में मोहर्रम ताजिया जुलूस में दो पक्षों में मारपीट, लाठी-डंडे और तलवार से हमला, 12 घायल

पटना। जिले के बाढ़ अनुमंडल स्थित चोंदी मोहल्ला और गुड़गुड़ीया मोहल्ला में सोमवार की सुबह उस वक्त तनाव फैल गया जब मोहर्रम के ताजिया जुलूस के दौरान एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प मामूली विवाद से शुरू हुई लेकिन धीरे-धीरे मामला हिंसक हो गया, जिसमें लाठी-डंडे और तलवारों का इस्तेमाल हुआ।
मामूली बहस से शुरू हुआ विवाद
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चोंदी मोहल्ला के लोग ताजिया जुलूस के तहत सिफर के साथ गुड़गुड़ीया मोहल्ला पहुंचे थे। वहां पहले से कुछ लोग नाश्ता कर रहे थे। इसी दौरान किसी छोटी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। कुछ ही देर में यह बहस हाथापाई और फिर हिंसक झड़प में तब्दील हो गई।
घायल लोगों की आपबीती
घायल व्यक्तियों में से एक ने बताया कि वह विवाद की शुरुआत के वक्त भीड़ से थोड़ा दूर बैठा था। जैसे ही विवाद बढ़ा, वह बीच-बचाव करने गया लेकिन इसी दौरान खुद ही चोटिल हो गया। वहीं एक अन्य घायल व्यक्ति ने बताया कि गुड़गुड़ीया मोहल्ला वालों ने नाश्ता करने के लिए बुलाया था, लेकिन अचानक 50 से ज्यादा लोगों ने उन पर हमला कर दिया। दूसरी ओर, गुड़गुड़ीया मोहल्ला के घायल एक व्यक्ति ने बताया कि घटना का कोई विशेष कारण नहीं था, कुछ युवक नशे में थे और अचानक हल्ला मचाते हुए भीड़ में घुस गए। उस समय महिलाओं की उपस्थिति में वहां एक स्टॉल भी लगाया गया था। प्रयास किया गया कि उन्हें शांत किया जाए, लेकिन बात नहीं बनी और लाठी-तलवार चलने लगे।
पुलिस प्रशासन की भूमिका
झड़प की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। बाढ़ थाना के प्रभारी ब्रजकिशोर सिंह ने बताया कि यह झड़प चोंदी और गुड़गुड़ीया मोहल्ले के लोगों के बीच हुई। ताजिया जुलूस के मार्ग को लेकर दोनों पक्षों में तनाव था, जो अचानक भड़क गया। फिलहाल सभी घायलों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
शहर में शांति व्यवस्था की चुनौती
इस घटना ने एक बार फिर त्योहारों के दौरान प्रशासन की तैयारी और संवेदनशील इलाकों में शांति बनाए रखने की चुनौती को उजागर कर दिया है। मोहर्रम, जो कि एक पवित्र अवसर होता है, उस पर ऐसी घटनाएं न केवल माहौल को खराब करती हैं बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द को भी चोट पहुंचाती हैं।
प्रशासन का अगला कदम
पुलिस ने दोनों पक्षों के कुछ लोगों की पहचान कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जुलूसों के मार्ग में पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई जाएगी ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों। पटना के बाढ़ अनुमंडल में हुई इस घटना ने त्योहारों के दौरान आपसी समझ और प्रशासनिक सतर्कता की महत्ता को उजागर किया है। मोहर्रम के जुलूसों को सम्मानपूर्वक और शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए सामुदायिक सहभागिता, संवाद और बेहतर पुलिस प्रबंधन की जरूरत है। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही दोषियों को पकड़ कर आगे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाएगा।
