November 12, 2025

जहानाबाद में मतदान के बीच दो गुटों के बीच झड़प, 4 घायल, पुलिस ने संभाला मोर्चा, कई जगहों पर ईवीएम खराब

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 20 जिलों की 122 सीटों पर जारी है। दूसरे चरण को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसमें कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। सुबह 11 बजे तक लगभग 31.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो पहले चरण के मुकाबले करीब तीन प्रतिशत अधिक है। शांतिपूर्ण मतदान की उम्मीद के बीच कई जगहों से तनाव, झड़प और तकनीकी खराबियों की खबरें भी सामने आईं।
जहानाबाद में दो गुटों के बीच झड़प
जहानाबाद जिले में वोटिंग के दौरान बूथ संख्या 220 पर दो राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। कहा जाता है कि मतदान को लेकर दोनों गुटों के बीच कहासुनी शुरू हुई जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। इस झड़प में चार लोग घायल हो गए। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा और मौके पर पहुंचकर माहौल को नियंत्रित किया गया। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
वोट बहिष्कार की घटनाएँ
दूसरे चरण में कई जिलों में मतदाताओं ने अपनी स्थानीय समस्याओं के विरोध में मतदान का बहिष्कार किया। बगहा में करीब 15 हजार वोटरों ने पानी, सड़क और पुल की मांग को लेकर मतदान केंद्रों का रुख नहीं किया। यह एक बड़ा संकेत है कि बुनियादी सुविधाओं की कमी जनता के बीच असंतोष का प्रमुख कारण बनी हुई है। इसी तरह बांका और रोहतास जिले में भी लोगों ने अपनी मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए वोटिंग से दूरी बनाई। बांका के कटोरिया में पंचायत भवन की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान केंद्रों का बहिष्कार किया।
तकनीकी खराबियों का सिलसिला
दूसरे चरण के चुनाव में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में खराबी की कई घटनाएँ भी सामने आईं, जिससे कई बूथों पर मतदान देर से शुरू हुआ। जमुई के चकाई विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 145 पर मशीन खराब होने के कारण करीब चार घंटे तक मतदान शुरू नहीं हो सका। यहां वोटिंग सुबह 7 बजे के बजाय 11 बजे प्रारंभ हुई। कटोरिया के बूथ 76 पर ईवीएम में तकनीकी समस्या आने से वोटिंग डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुई। किशनगंज के बूथ 299 पर भी ईवीएम की खराबी के चलते मतदान 45 मिनट बाद शुरू हुआ। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर स्थित ओबरा विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर मशीन में खराबी आने से वोटिंग चालीस मिनट तक बाधित रही। वहीं, जमुई के चकाई क्षेत्र के बूथ 301 पर वीवीपैट मशीन की गड़बड़ी के चलते मतदान देर से प्रारंभ हुआ। चुनाव आयोग ने कहा है कि तकनीकी टीमों को पहले से तैनात किया गया है और किसी भी समस्या को तुरंत ठीक किया जा रहा है।
दूसरे चरण में उम्मीदवारों का समीकरण
इस चरण में कुल 1302 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। इनके राजनीतिक भविष्य का फैसला लगभग 3.70 करोड़ मतदाता करेंगे। 20 जिलों में कुल 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 4,109 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा कारणों से मतदान का समय शाम 4 बजे से 5 बजे तक सीमित रखा गया है, जबकि सामान्य बूथों पर शाम 6 बजे तक मतदान हो सकेगा।
सीमा पर सख्त चौकसी
चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल सीमा पर भी कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। रक्सौल में बॉर्डर पर सख्त चेकिंग की जा रही है ताकि अवैध गतिविधियों, हथियारों की तस्करी और संदिग्ध आवाजाही को रोका जा सके। सुरक्षा बलों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया कई चुनौतियों और घटनाओं के साथ जारी है। एक ओर जनता अपने मतदान अधिकार का उपयोग कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय समस्याओं और असंतोष के कारण कई जगह वोट बहिष्कार भी हुआ। तकनीकी खराबियों ने चुनावी प्रक्रिया को धीमा जरूर किया, लेकिन प्रशासन की तत्परता से स्थितियाँ सामान्य होती रहीं। अब सबकी नजरें 14 नवंबर पर टिकी हैं, जब इन सभी सीटों का परिणाम सामने आएगा और यह तय होगा कि बिहार की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ेगी।

You may have missed