November 20, 2025

पटना में चिराग के समर्थकों ने लगाया पोस्टर, बताया बिहार का शेर, निकाले जा रहे राजनीतिक मायने

पटना। पटना में आज का दिन राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह ने पूरे शहर को राजनीतिक रंग में रंग दिया है। राजधानी की सड़कों पर भीड़ उमड़ी है, लोग पैदल गांधी मैदान की ओर बढ़ रहे हैं और आसपास वीवीआईपी मूवमेंट अपने चरम पर है। ऐसे माहौल में पोस्टरों की भरमार ने इस राजनीतिक वातावरण को और भी जीवंत बना दिया है। इनमें से एक पोस्टर चर्चा का केंद्र बना हुआ है, जिसमें चिराग पासवान को बिहार का शेर बताया गया है।
चिराग पासवान को ‘बिहार का शेर’ बताने वाला पोस्टर
गांधी मैदान के आसपास की सड़कों पर लगे सैकड़ों पोस्टरों के बीच एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान वाला पोस्टर अलग ही संदेश देता दिख रहा है। इस पोस्टर में चिराग पासवान की तस्वीर के साथ एक शेर की छवि लगाई गई है, जिसे प्रतीकात्मक तौर पर उनकी छवि मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
पोस्टर में पार्टी के सांसद अरुण भारती और दिवंगत रामविलास पासवान की तस्वीर भी शामिल है, जिससे यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि चिराग पार्टी की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। पोस्टर के सबसे नीचे युवा लोजपा (आर) के प्रदेश अध्यक्ष वेद प्रकाश पांडेय का नाम निदेशक के रूप में दर्ज है।
पोस्टरों की राजनीति और उनके मायने
शपथ ग्रहण जैसे भव्य आयोजन के दौरान राजधानी में पोस्टर लगना आम बात है, लेकिन किसी नेता को ‘बिहार का शेर’ बताने का यह प्रयास कई तरह की राजनीतिक व्याख्याओं को जन्म दे रहा है।
चिराग पासवान हाल के वर्षों में एनडीए के भीतर एक उभरते नेता के रूप में देखे जा रहे हैं। उनकी लोकप्रियता युवा वोटरों और अपने पारंपरिक आधार में लगातार बढ़ी है। ऐसे में शपथ ग्रहण के दिन उनका यह पोस्टर साफ संकेत देता है कि वे भविष्य में राज्य की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके साथ ही एनडीए के विभिन्न दलों के पोस्टर भी सड़कों पर लगे हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर वाले पोस्टर भी शामिल हैं। एक पोस्टर पर लिखा गया है कि अब बनेगा विकसित बिहार, जो गठबंधन की आगामी राजनीतिक दिशा का संकेत देता है।
गांधी मैदान का माहौल और भारी भीड़
गांधी मैदान के आसपास भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोग कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों से लोग पैदल चलकर पहुंच रहे हैं। गेटों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं और लोग भीतर प्रवेश करने के लिए धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे हैं। शहर में वीवीआईपी मूवमेंट बढ़ने से कई स्थानों पर यातायात भी प्रभावित हुआ है। प्रशासन लगातार व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहा है ताकि समारोह में कोई बाधा न आए।
नीतीश कुमार का दसवीं बार शपथ ग्रहण
आज का दिन नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर के लिए भी ऐतिहासिक है। वे रिकॉर्ड दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। नीतीश कुमार पहली बार वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि उनकी सरकार केवल आठ दिनों में गिर गई थी। इसके बाद 2005 में उन्होंने सत्ता में वापसी की और अगले कई वर्षों तक उन्होंने लगातार मुख्यमंत्री पद संभाला। 2014 के लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने पद छोड़ दिया था, लेकिन जल्द ही वे फिर मुख्यमंत्री बने। जनवरी 2024 में उन्होंने एक बार फिर एनडीए में शामिल होकर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। आज वे अपने राजनीतिक सफर का एक और ऐतिहासिक पड़ाव पार कर रहे हैं।
समारोह में शामिल होंगी कई प्रमुख हस्तियां
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के कई शीर्ष नेता शामिल होने वाले हैं। यह आयोजन केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आने वाले समय में राज्य और केंद्र के रिश्तों को नई दिशा देता दिखाई दे रहा है। पटना में लगा चिराग पासवान को बिहार का शेर बताने वाला पोस्टर केवल एक प्रमोशनल बोर्ड नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संदेश भी है। शपथ ग्रहण के मौके पर उठी इस चर्चा के बीच यह स्पष्ट है कि बिहार में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और गठबंधन की स्थितियां लगातार बदल रही हैं। नीतीश कुमार की ऐतिहासिक शपथ के साथ-साथ चिराग पासवान की बढ़ती भूमिका और एनडीए के भीतर बदलते समीकरण आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति को नई दिशा देंगे।

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