एनडीए के संकल्प पत्र पर बोले चिराग, इसमें विकास का रोड मैप, बिहार के युवाओं का सपना करेंगे पूरा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में राजनीतिक दलों द्वारा अपने वादों और विकास के दावों को जनता के सामने रखने का क्रम जारी है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एनडीए के संकल्प पत्र को बिहार के भविष्य का मार्गदर्शक दस्तावेज बताया है। उन्होंने कहा कि यह घोषणापत्र केवल एक कागज़ी दस्तावेज नहीं, बल्कि बिहार के विकास का ठोस रोडमैप है, जिसे लागू करने का लक्ष्य स्पष्ट है।
विकसित बिहार की दृष्टि
चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए की सरकार का संकल्प है कि आने वाले पाँच वर्षों में बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस घोषणा पत्र में न केवल योजनाओं का उल्लेख है, बल्कि उन्हें लागू करने के स्पष्ट तरीके और समयबद्ध लक्ष्य भी तय किए गए हैं। उनका कहना है कि हर जिले में उद्योग स्थापित करने पर काम होगा, ताकि युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ें और पलायन को रोका जा सके।
युवाओं के सपनों की बात
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार का युवा केवल वादे नहीं, बल्कि परिणाम चाहता है। इसलिए एनडीए ने यह संकल्प पत्र युवाओं की आकांक्षाओं के आधार पर बनाया है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा में क्षमता की कमी नहीं है, जरूरत है उन्हें अवसर देने की। उद्योग और कौशल विकास के माध्यम से रोजगार सृजन को प्राथमिकता दी जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत नींव तैयार करेगा।
विपक्ष पर हमला
अपने संबोधन में चिराग ने विपक्ष पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की राजनीति केवल नारों और निजी आरोपों तक सीमित रह गई है। विशेषकर उन्होंने तेजस्वी यादव के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें हर परिवार को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई है। चिराग के अनुसार ऐसा वादा करना बिना आर्थिक और प्रशासनिक क्षमता की गणना किए जनता को भ्रमित करने जैसा है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष से पूछा जाता है कि ये वादे कैसे पूरे होंगे, तो उनके पास कोई स्पष्ट उत्तर नहीं होता।
एनडीए के संकल्प पत्र की मजबूती
चिराग पासवान ने दावा किया कि एनडीए के संकल्प पत्र में हर पहलू को सोच-समझकर शामिल किया गया है। इसमें कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण के लिए विस्तृत योजनाएँ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने पहले भी बिहार को बेहतर कानून व्यवस्था, सड़क नेटवर्क और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सुधार दिया है, और अब इस विकास को नई ऊँचाई पर ले जाने की योजना है।
प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एनडीए के संकल्प पत्र की सराहना की है। उन्होंने इसे बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संकल्प पत्र बिहार के किसानों, युवाओं और महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अब तक बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयास किए हैं और आगे भी यह गति जारी रहेगी।
जनता का समर्थन मिलने का विश्वास
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार की जनता बखूबी समझती है कि किसने काम किया और कौन केवल वादा करता रहा। उन्होंने दावा किया कि जनता ने एक बार फिर एनडीए को अपना समर्थन देने का मन बना लिया है। उनका मानना है कि बिहार के लोग विकास, स्थिरता और सुशासन को लेकर सजग हैं और उसी आधार पर अपना निर्णय लेंगे। एनडीए का संकल्प पत्र आगामी चुनावों में एक मुख्य दस्तावेज के रूप में उभर रहा है। जहाँ यह विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाने का दावा करता है, वहीं राजनीतिक बहसों में भी केंद्र में बना हुआ है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जनता इस संकल्प पत्र को कितना स्वीकार करती है और आने वाले चुनावी नतीजों में इसका प्रभाव किस रूप में देखने को मिलता है।


