सत्तरघाट महासेतु-चिराग ने भी नीतीश सरकार पर उठाई उंगली,जीरो करप्शन पर सवाल,उच्च स्तरीय जांच की मांग
पटना। सत्तर घाट महासेतु को लेकर सत्तापक्ष अभी तक विपक्ष के खिलाफ घेराबंदी करने में जुटा ही हुआ था कि अचानक से लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस मामले में नीतीश सरकार पर उंगली उठा दी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरने का काम किया है चिराग पासवान ने अपने पोस्ट में कहा है की’264 करोड़ की लागत से बने पुल का एक हिस्सा आज ध्वस्त हो गया है।जनता के पैसे से किया कोई भी कार्य पूरी गुणवत्ता से किया जाना चाहिए था।इस तरह की घटनायें जनता की नजर में जीरो करप्सन पर सवाल उठाती है।लोजपा माँग करती है की उच्च स्तरीय जाँच कर जल्द दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करे।’ लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के इस बयान ने नीतीश सरकार के लिए परेशानियां बढ़ा दी है।गौरतलब है की एनडीए में रहते हुए लोजपा के तरफ से चिराग पासवान कई बार सीएम नीतीश कुमार की सरकार को विभिन्न मुद्दों पर टारगेट कर चुके हैं।जिसके कारण एनडीए के अंदर जदयू तथा लोजपा के बीच परस्पर विरोध का माहौल कायम है। गोपालगंज के सत्तरघाट महासेतु के ध्वस्त होने को लेकर पूरी भाजपा तथा जदयू मामले की वास्तविकता के दुहाई देने के लिए मैदान में उतर गई है।पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने वीडियो जारी करते हुए कहा है कि सेतु ध्वस्त नहीं हुआ बल्कि एप्रोच जल के अत्यधिक दबाव के कारण टूट गया है।भाजपा तथा जदयू के प्रवक्ता सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर सफाई पेश करते हुए दिख रहे हैं।सत्ता पक्ष के द्वारा यह कहा जा रहा है कि सत्तरघाट महासेतु पूरी तरह से ठीक है,बस एप्रोच टूट गया है।मगर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की टिप्पणी ने सीएम नीतीश के साथ-साथ इस बार पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी है।



