October 28, 2025

पटना में बच्चों के रॉकेट से प्राइवेट स्कूल में लगी आग, लाखों का कॉपी-किताब जलकर राख, टला बड़ा हादसा

पटना। दीपावली का पर्व जहां एक ओर खुशियों और रोशनी का प्रतीक माना जाता है, वहीं दूसरी ओर लापरवाही के कारण यह खुशी कभी-कभी हादसों में भी बदल जाती है। राजधानी पटना में ऐसी ही एक घटना ने सोमवार देर रात सभी को दहला दिया। पटना सिटी के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी विद्यालय में अचानक आग लग गई। यह आग दीपावली की रात बच्चों द्वारा छोड़े गए एक रॉकेट से लगी थी, जिसने पलभर में ही विद्यालय के एक कमरे को जलाकर राख कर दिया। हालांकि, समय रहते दमकल विभाग की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया।
आग लगने की घटना
स्थानीय निवासियों के अनुसार, दीपावली की रात क्षेत्र के कुछ बच्चे मोहल्ले में पटाखे छोड़ रहे थे। इसी क्रम में एक बच्चे ने रॉकेट छोड़ा, जो उड़कर सीधे स्कूल के कमरे में जा गिरा। कमरे में कॉपियां, किताबें, स्टेशनरी और बेंच रखे हुए थे। रॉकेट के गिरते ही वहां रखे सामान ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते लपटें तेज हो गईं। लोग पहले तो यह सोचकर घबरा गए कि कहीं आग फैलकर आसपास के घरों तक न पहुंच जाए।
स्थानीय लोगों की तत्परता
आग लगते ही आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। हर कोई अपने घर और बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगा। कई लोगों ने अपने घरों के सिलेंडर और जरूरी सामान बाहर निकाल दिए। वहीं, कुछ लोग घरों की छतों से बाल्टियों में पानी भर-भरकर स्कूल की ओर फेंकने लगे ताकि आग को फैलने से रोका जा सके। लोगों ने तुरंत सुल्तानगंज थाना और अग्निशमन विभाग को सूचना दी।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही सुल्तानगंज अग्निशमन केंद्र से दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ऑफिसर गयानंद सिंह के नेतृत्व में दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण दीपावली पर छोड़ा गया रॉकेट ही था, जिसने स्कूल के कमरे में रखे स्टेशनरी और कागजात को जला दिया। स्थानीय लोगों के सहयोग से आग बुझाने में काफी मदद मिली।
नुकसान का अनुमान
प्रारंभिक जांच के अनुसार, इस घटना में करीब एक लाख रुपये की किताबें, कॉपियां, बेंच और टेबल-कुर्सियां जलकर नष्ट हो गईं। हालांकि, सटीक नुकसान का आंकड़ा अभी तय नहीं किया जा सका है। राहत की बात यह रही कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। दमकल विभाग ने यह भी बताया कि यदि आग पर समय रहते नियंत्रण नहीं पाया जाता तो यह आस-पास के घरों तक फैल सकती थी और तब नुकसान कहीं अधिक बड़ा होता।
लोगों में डर और चिंता
इस घटना के बाद इलाके में काफी देर तक दहशत का माहौल बना रहा। दीपावली की खुशियों के बीच हुई इस घटना ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि थोड़ी-सी लापरवाही किस तरह बड़ा हादसा बन सकती है। मोहल्ले के लोगों ने बच्चों को पटाखे जलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी और अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों पर त्योहारों के दौरान नजर रखें।
प्रशासन की अपील
फायर ऑफिसर गयानंद सिंह ने बताया कि त्योहारों के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि रॉकेट या अन्य ऊंचाई पर जाने वाले पटाखों को खुले मैदान या सुरक्षित स्थानों से ही छोड़ा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे हादसों से बचने के लिए बच्चों को पटाखे जलाने के समय वयस्कों की देखरेख में रहना चाहिए। पटना सिटी की यह घटना दीपावली पर लापरवाही के खतरनाक परिणामों की एक बड़ी चेतावनी है। हालांकि, दमकल विभाग की तत्परता और स्थानीय लोगों के सहयोग से बड़ा हादसा टल गया, परंतु इससे यह स्पष्ट होता है कि जरा-सी चूक भी कितनी बड़ी विपत्ति ला सकती है। दीपावली का असली संदेश प्रकाश और सुरक्षा का है, न कि जोखिम और दुर्घटनाओं का। इसलिए आवश्यक है कि आने वाले समय में समाज इस तरह की घटनाओं से सीख ले और त्योहारों को सावधानीपूर्वक मनाए ताकि खुशियों का यह पर्व वाकई सुरक्षित और मंगलमय बन सके।

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