पटना में फिर एक्टिव हुआ बच्चा चोर गैंग, डेढ़ वर्षीय बच्ची गायब, माता-पिता में हड़कंप

पटना। पटना सिटी के मेहंदीगंज थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक डेढ़ वर्षीय बच्ची को संदिग्ध परिस्थितियों में अगवा कर लिया गया। यह घटना पंचितकुँआ देवी स्थान स्थित केवली का अखाड़ा इलाके की है, जहां मासूम बच्ची अपने माता-पिता और बड़ी बहन के साथ घर में सो रही थी। इस तरह एक नन्हीं बच्ची का अचानक लापता हो जाना क्षेत्र में सनसनी का कारण बन गया है और लोगों के मन में बच्चा चोर गिरोह के फिर से सक्रिय होने की आशंका गहरा गई है। बच्ची के पिता ने बताया कि वे सभी रात में घर के दरवाजे अच्छी तरह बंद करके सोए थे। आधी रात के करीब डेढ़ बजे जब छोटी बच्ची रोने लगी, तो उसकी मां को उसे दूध पिलाने के लिए कहा गया। इसके बाद पिता दीवार की तरफ मुंह करके अपनी बड़ी बेटी के साथ सो गए। सुबह जब उनकी नींद खुली, तो देखा कि उनकी छोटी बेटी गायब थी। बच्ची के अचानक लापता हो जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। आसपास के लोगों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस तरह की घटनाएं पटना में पहले भी हो चुकी हैं। पहले भी कई बार बच्चा चोरी की वारदातें सामने आई थीं, लेकिन पुलिस के सक्रिय होने पर इन मामलों में कमी आई थी। हालांकि, अब इस नई घटना ने एक बार फिर लोगों को डरा दिया है। इस घटना के पीछे कई संभावनाएं हो सकती हैं। पहला सवाल यह उठता है कि क्या बच्चा चोर गैंग फिर से सक्रिय हो गया है? ऐसे गिरोह छोटे बच्चों को अगवा कर उन्हें बेच देते हैं या फिर भीख मंगवाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। दूसरा शक यह भी हो सकता है कि परिवार का ही कोई सदस्य इस घटना में शामिल हो। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि सुराग मिल सके। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। लोगों के मन में डर है कि कहीं उनके बच्चे भी इस तरह गायब न हो जाएं। पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया है कि जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा करे और दोषियों को गिरफ्तार करे। बच्चा चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को भी सतर्क रहने की जरूरत है। माता-पिता को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देना होगा और अनजान लोगों से सतर्क रहना होगा। वहीं, पुलिस प्रशासन को गश्त बढ़ाने और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलेगी, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी। अब देखना होगा कि पुलिस अपनी जांच में क्या खुलासे करती है और बच्ची को सही-सलामत वापस लाने में कितनी सफल होती है।
