December 23, 2025

मुख्यमंत्री की सास विद्यावती देवी का 90 वर्ष की आयु में निधन, बांसघाट पर अंतिम संस्कार, नीतीश और निशांत रहे मौजूद

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सास और मुख्यमंत्री के पुत्र निशांत कुमार की नानी विद्यावती देवी का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं और पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में उनका इलाज चल रहा था। शुक्रवार की शाम करीब 6 बजकर 40 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार को पटना के बांसघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में पूरे विधि-विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
लंबे समय से अस्वस्थ थीं विद्यावती देवी
परिजनों के अनुसार, विद्यावती देवी पिछले काफी समय से उम्र से जुड़ी विभिन्न बीमारियों से पीड़ित थीं। बीते करीब दो महीनों से वे आईजीआईएमएस में भर्ती थीं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। इस दौरान उनकी स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई थी। परिवार के सदस्य नियमित रूप से अस्पताल में उनसे मिलने जाते थे और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहते थे। हालांकि तमाम प्रयासों के बावजूद शुक्रवार शाम उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
आईजीआईएमएस में ली अंतिम सांस
विद्यावती देवी के निधन की पुष्टि आईजीआईएमएस प्रशासन की ओर से की गई। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार शाम उनकी तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। शाम 6:40 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पुत्र निशांत कुमार अस्पताल पहुंचे और परिजनों के साथ अंतिम दर्शन किए।
बांसघाट पर हुआ अंतिम संस्कार
शनिवार को विद्यावती देवी का अंतिम संस्कार पटना के बांसघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुत्र निशांत कुमार के साथ बांसघाट पहुंचे और अंतिम संस्कार की सभी धार्मिक रस्मों में शामिल हुए। इस दौरान बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी भी मौके पर मौजूद रहे। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्य, रिश्तेदार और करीबी लोग भी अंतिम विदाई देने पहुंचे। घाट पर माहौल पूरी तरह गमगीन रहा और हर कोई शोक में डूबा नजर आया।
निशांत कुमार का भावुक संदेश
अपनी नानी के निधन से मुख्यमंत्री के पुत्र निशांत कुमार गहरे दुख में हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। निशांत कुमार ने लिखा कि प्यारी नानी मां के देहांत की दुखद खबर से उनका मन बहुत व्यथित है। उन्होंने कहा कि विद्यावती देवी सिर्फ नानी ही नहीं थीं, बल्कि एक प्यार भरी छांव की तरह थीं, जिनकी कहानियां, दुलार और मुस्कान हमेशा दिलों में बसी रहेंगी। निशांत ने यह भी लिखा कि नानी ने उन्हें प्यार और अच्छाई का पाठ पढ़ाया और वे उनकी सीख को कभी नहीं भूलेंगे।
परिवार के साथ निशांत का गहरा जुड़ाव
परिजनों के अनुसार, निशांत कुमार का अपनी नानी के साथ गहरा भावनात्मक जुड़ाव था। खास बात यह रही कि विद्यावती देवी के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान निशांत कुमार लगभग हर शाम आईजीआईएमएस जाकर उनसे मुलाकात करते थे। वे न केवल उनका हालचाल लेते थे, बल्कि लंबे समय तक उनके पास बैठकर समय भी बिताते थे। परिवार का कहना है कि नानी और नाती के बीच बेहद स्नेहपूर्ण संबंध थे।
राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक
विद्यावती देवी के निधन की खबर मिलते ही राज्य के राजनीतिक और सामाजिक हलकों में शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री के करीबी नेताओं, मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। कई नेताओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार को इस कठिन समय में संबल देने की बात कही। सोशल मीडिया पर भी लोग मुख्यमंत्री परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते नजर आए।
सादगी और पारिवारिक मूल्यों की प्रतीक थीं विद्यावती देवी
परिवार और परिचितों के अनुसार, विद्यावती देवी एक सादगीपूर्ण जीवन जीने वाली महिला थीं। वे शांत स्वभाव की थीं और पारिवारिक मूल्यों को बेहद महत्व देती थीं। परिवार में उन्हें एक मार्गदर्शक और स्नेह देने वाली बुजुर्ग महिला के रूप में याद किया जाता है। उनके निधन से परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंची है।
मुख्यमंत्री के ससुर का भी रहा है सामाजिक योगदान
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ससुर कृष्णनंदन सिन्हा का निधन करीब सात वर्ष पहले हुआ था। वे हरनौत इलाके में एक प्रतिष्ठित शिक्षक के रूप में जाने जाते थे। कंकड़बाग के पीसी कॉलोनी स्थित आवास पर उनका निधन हुआ था और उनका अंतिम संस्कार भी बांसघाट में ही किया गया था। उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुत्र के साथ ससुराल पहुंचे थे। परिवार की सामाजिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि को इलाके में हमेशा सम्मान की दृष्टि से देखा गया है।
अंतिम संस्कार के बाद भी शोक में रहा माहौल
अंतिम संस्कार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ समय तक बांसघाट पर मौजूद रहे और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। पूरे आयोजन के दौरान माहौल बेहद शोकाकुल रहा। प्रदेश भर में लोग इस दुखद समाचार से व्यथित हैं और मुख्यमंत्री परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। विद्यावती देवी के निधन से एक स्नेहमयी मातृछवि का अवसान हो गया है, जिसकी भरपाई परिवार के लिए कभी संभव नहीं होगी।

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