2 अप्रैल से शुरू होगा चैत्र नवरात्र, मां की भक्ति में डूबेगी राजधानी, 10 को रामनवमी

पटना। हिंदू पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष का पहला महीना चैत्र होता है। इसी महीने में चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होते हैं। नौ दिवसीय चैत्र नवरात्र यानी वासंतीय नवरात्र 2 अप्रैल (शनिवार) से शुरू हो रहा है। चैत्र नवरात्र अमृत योग में प्रारंभ हो रहा है। सुबह साढ़े 11 बजे तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है। नवरात्र 10 अप्रैल तक रहेगा। 7 अप्रैल गुरुवार को बेलनोती होगा एवं 8 अप्रैल (शुक्रवार) को ही बेलतोड़ी के साथ माता का पट श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। 8 को ही महासप्तमी पत्रिका प्रवेश तथा निशा पूजा होगी। महाअष्टमी की पूजा 9 को होगी, जबकि 10 (रविवार) को महानवमी मनायी जाएगी। इसी दिन रामनवमी भी है। इस दिन हनुमान जी का ध्वजा पूजन होगा। सोमवार 11 अप्रैल को देवी विसर्जन के साथ-साथ विजयादशमी मनायी जाएगी। माता का आगमन इस बार भैंसा पर हो रहा है। जानकार इसे रोग शोक का कारक मान रहे हैं।

वही, नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपा की पूरे विधि विधान से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 2 अप्रैल से होगी और 11 अप्रैल को नवरात्रि समाप्त हो जाएगी। नवरात्रि के समय जो व्यक्ति पूरे विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करता है उसपर मां दुर्गा की विशेष कृपा होती है। वही, चैती छठ नवरात्र के दौरान ही होगा। 5 अप्रैल (मंगलवार) को नहाय खाय के साथ प्रारंभ होगा। 6 अप्रैल को खरना होगा और 7 अप्रैल को सायंकालीन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। जबकि 8 अप्रैल को प्रातः कालीन सूर्य को श्रद्धालु अर्घ्यदान करेंगे।

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