September 17, 2025

मधुबनी में शादी समारोह में हर्ष फायरिंग से हड़कंप, गोली लगने से युवक की मौत

मधुबनी। मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र के महपतिया गांव में शुक्रवार की देर शाम एक शादी समारोह खुशियों के बजाय मातम में बदल गया। शादी की खुशियां उस वक्त चीख-पुकार में तब्दील हो गईं जब अचानक हुई हर्ष फायरिंग में 18 वर्षीय युवक इफ्तेखार कौशर की गोली लगने से मौत हो गई।
निकाह के बाद शुरू हुई हर्ष फायरिंग
यह घटना महपतिया गांव के वार्ड संख्या चार की है। यहां के रहने वाले मोहम्मद नेहाल की पुत्री की शादी दरभंगा जिले के सकतपुर थाना क्षेत्र के पोखरभिंडा गांव निवासी एक युवक से हो रही थी। निकाह की सारी रस्में पूरी होने के बाद अचानक कुछ लोगों ने जश्न मनाने के लिए हर्ष फायरिंग शुरू कर दी।
युवक के सिर में लगी गोली
हर्ष फायरिंग के दौरान निकली एक गोली महपतिया गांव के ही मो. मसीउल्लाह के 18 वर्षीय बेटे इफ्तेखार कौशर उर्फ लाला को जा लगी। गोली इतनी घातक थी कि सिर में लगते ही वह वहीं गिर पड़ा। लोगों ने जब देखा कि इफ्तेखार खून से लथपथ जमीन पर पड़ा है तो शादी की रौनक कुछ ही पलों में मातम में बदल गई।
समारोह में मची अफरा-तफरी
घटना के बाद शादी समारोह में अफरा-तफरी मच गई। बारात में शामिल लोग दहशत के कारण इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग घायल को बचाने की कोशिश में जुटे लेकिन तब तक इफ्तेखार की मौत हो चुकी थी। शोकाकुल माहौल में दुल्हन पक्ष और बारातियों में खामोशी छा गई।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही झंझारपुर के डीएसपी सुबोध कुमार सिंहा, सर्कल इंस्पेक्टर बी.के. बृजेश, भेजा थानाध्यक्ष सूरज कुमार समेत कई अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मधुबनी सदर अस्पताल भेज दिया।
हर्ष फायरिंग करने वालों की तलाश
डीएसपी सुबोध कुमार सिंहा ने बताया कि पुलिस हर्ष फायरिंग में शामिल व्यक्ति की पहचान कर रही है। प्रथम दृष्टया यह मामला लापरवाही और अवैध हथियार के इस्तेमाल से जुड़ा माना जा रहा है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जा सके।
गांव में पसरा मातम और सन्नाटा
इफ्तेखार की मौत ने पूरे महपतिया गांव को गमगीन कर दिया है। परिजन बदहवासी की हालत में हैं और गांव के लोग स्तब्ध हैं कि शादी जैसे खुशी के मौके पर ऐसी अनहोनी कैसे हो गई। हर कोई इस दुखद घटना को लेकर आहत है।
हर्ष फायरिंग पर सवाल
यह घटना हर्ष फायरिंग की पुरानी और खतरनाक परंपरा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। बिहार समेत देश के कई हिस्सों में शादियों और अन्य समारोहों में हर्ष फायरिंग की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। ऐसी घटनाएं अक्सर अनहोनी में बदल जाती हैं।
कानून का सख्त पालन जरूरी
पुलिस प्रशासन की ओर से बार-बार चेतावनी दी जाती है कि हर्ष फायरिंग कानूनन अपराध है और इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई होगी, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग दिखावे और शान में इसे अंजाम देते हैं। इस घटना ने फिर साबित कर दिया कि लापरवाही और शौकिया फायरिंग कितनी जानलेवा साबित हो सकती है।
पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से दोषियों को जल्द पकड़ने और कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। पुलिस भी पूरे मामले की बारीकी से जांच में जुटी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि गोली किसने चलाई थी और हथियार कहां से आया था।
जनजागरूकता जरूरी
इस घटना से सबक लेते हुए समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है कि खुशी के मौके को हथियारों से नहीं मनाया जाए। यह जिम्मेदारी हर व्यक्ति की है कि वह खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी ऐसे खतरनाक चलन से दूर रखे। फिलहाल पुलिस की तफ्तीश जारी है और गांव वाले न्याय की आस लगाए बैठे हैं।

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