नालंदा में तिलक समारोह में फायरिंग से हड़कंप, एक की मौत, बच्चें की हालत गंभीर

नालंदा। नालंदा जिले के भागनबीघा ओपी क्षेत्र स्थित मोरतालाब गांव में बुधवार की रात एक तिलक समारोह में फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक 12 वर्षीय बालक गंभीर रूप से घायल हो गया। फायरिंग के बाद समारोह का माहौल मातम में बदल गया और गांव में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया। घटना बच्चू गोप के घर आयोजित तिलक समारोह के दौरान हुई, जहां डांस कार्यक्रम चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उसी दौरान एक युवक ने देशी कट्टे से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोली सबसे पहले शुभम कुमार नामक 12 वर्षीय बालक की बांह में लगी और फिर वह कौशलेन्द्र गोप (उम्र लगभग 35 वर्ष) की पीठ में जा धंसी। दोनों घायलों को तुरंत नालंदा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कौशलेन्द्र को मृत घोषित कर दिया। शुभम का इलाज जारी है और उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। मृतक के परिजनों ने बच्चू गोप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पूर्व के आपसी विवाद को लेकर इस फायरिंग की साजिश रची गई थी और हत्या सुनियोजित तरीके से की गई। परिजनों ने दावा किया कि कुल चार राउंड फायरिंग हुई और कौशलेन्द्र को निशाना बनाकर मारा गया। भागनबीघा ओपी पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर औपचारिक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आसपास के थानों की सहायता से छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। पोस्टमार्टम के बाद कौशलेन्द्र गोप का शव परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं गांव में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए एहतियातन पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में समारोहों में होने वाली फायरिंग की प्रवृत्ति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई की जाए।
